मधेपुराः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है. एक साथ 5 एमएलसी के पार्टी का साथ छोड़ने के अलावा सीनियर लीडर रघुवंश प्रसाद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. वहीं, जिले में पार्टी के अंदर फैले अंतर्कलह और गुटबाजी तेजस्वी यादव के सामने मुसीबतें खड़ी कर सकती है. जिले में आरजेडी कई गुट में बंटे हैं, जिसे देखते हुए एकजुट होने की दूर-दूर तक संभावना नहीं है दिख रही है.
सामाजिक न्याय की धरती के नाम से विख्यात मधेपुरा लालू यादव, शरद यादव और पूर्व सांसद पप्पू यादव का क्षेत्र रहा है. हालांकि, लालू यादव के जेल जाने के बाद जिले में पार्टी कई खंड में विभक्त होकर अपना अस्तित्व को खोता जा रहा है. वर्तमान में मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र पर आरेजीडी का कब्जा है, यहां प्रो0 चंद्रशेखर आरजेडी के विधायक हैं. जो पिछले दो बार से लगातार चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंच रहे हैं. वर्तमान विधायक समेत आधा दर्जन नेताओं का अलग-अलग गुट है. हैरत की बात यह है कि प्रत्येक गुट में विधानसभा के लिए एक-एक उम्मीदवार है.
मधेपुरा में एक साथ कई गुट
एक ही पार्टी में कई गुट पार्टी को चुनाव में नुकसान पहुंचा सकती है, इस बात का एहसास पार्टी नेताओं को भी है. किसी एक गुट से पार्टी उम्मीदवार बनाने पर दूसरे गुट के नेता पार्टी उम्मीदवार को हराने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजनारायण यादव का कहना है कि पार्टी के जिला कमेटी में कई भी गुटबाजी नहीं है. पूरे बिहार में आरजेडी की लहर है. सभी कार्यकर्ता एकजुटता से विधानसभा चुनाव में मुकाबले करेंगे और तेजस्वी यादव को बिहार का सीएम बनाएंगे. हालांकि, पार्टी के अंदर व्याप्त गुटबाजी कुछ और बता रही है.
गुटबाजी से आरजेडी का इंकार
बता दें कि अन्य दलों में भी कमोवेश गुटबाजी रहता है, लेकिन चुनाव के समय में सब एकजुट होकर पार्टी के उम्मीदवार को जीताने में मदद करते हैं. लेकिन आरजेडी में ऐसा शायद नहीं हो पा रहा है. एक गुट के नेता को टिकट मिलने पर दल में रहकर दल के उम्मीदवार को हराने की कोशिश में लगे रहते हैं. इस पर आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजनारायण यादव कहते हैं कि पार्टी में कोई गुटबाजी ही नहीं है. नेता, कार्यकर्ता और वोटर एकजुट है. अगर कोई दल में गुटबाजी की बात कहता है तो वो आरजेडी विरोधी है.
मधेपुरा से पप्पू यादव को उम्मीदवार बनाने की मांग
वहीं, मधेपुरा में आरजेडी के अंदर व्याप्त गुटबाजी को देखते हुए जाप संरक्षक सह पूर्व सांसद पप्पू यादव के समर्थक रविंद्र सिंह ने नेता प्रपिपक्ष के सामने अपनी मांग रखी है. उनका कहना है कि अगर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनना है तो मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र से पप्पू यादव को उम्मीदवार बनाना होगा, नहीं तो मधेपुरा सीट से चुनाव जीतने का माद्दा किसी के अंदर नहीं है.