मधेपुरा: जमीन विवाद को लेकर हो रही हत्या और खून-खराबे को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर थाना स्तर पर जनता दरबार शुरू किया गया है. अब जमीन विवाद से जुड़े मामलों का ऑन द स्पॉट ही सामाधान होगा.
राज्य में जमीन विवाद को लेकर हत्या और खूनी संघर्ष के मामले खासकर मधेपुरा जिले में ही देखने को मिलते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने थाना स्तर पर जिले में जनता दरबार लगाकर जमीन विवाद सहित अन्य मामलों का त्वरित सामाधान करने का निर्देश दिया है.
'जमीन विवाद से जुड़े हैं सर्वाधिक मामले'
मधेपुरा के अंचल पदाधिकारी बीरेंद्र कुमार झा ने बताया कि थाना स्तर पर आयोजित मासिक जनता दरबार में सर्वाधिक मामले जमीन विवाद से जुड़ा हुआ ही आता है. उन्होंने कहा कि जमीन विवाद के मामलों को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने का प्रयास किया जाता है.
'सरकार को भेजी जाती है मामलों की जानकारी'
अंचल अधिकारी झा ने कहा कि अधिकतर मामलों को पंचायत स्तर पर ग्रामीणों के साथ मिल बैठकर भी सुलझाया जाता है. उन्होंने कहा कुछ मामलों में कानूनी प्रक्रिया अपनाकर प्रशासनिक सख्ती का प्रयोग भी करना पड़ता है. साथ ही उन्होंने बताया कि जनता दरबार में आने वाले मामलों और उनमें से सुलझाये गये मामलों की विधिवत जानकारी हर महीने मुख्यमंत्री को भेजी जाती है.