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मधेपुरा में ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में छोड़ दिया था सर्जिकल सामान, डॉक्टर और अस्पताल पर केस दर्ज

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Published : Feb 6, 2022, 12:34 PM IST

मधेपुरा के उदाकिशुनगंज में ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में सर्जिकल सामान छोड़ने वाले डॉक्टर और फोर्ड अस्पताल पर, एसपी के निर्देश पर केस (Fir Against Doctor And Hospital in Madhepura) दर्ज कर लिया गया है. इस घटना में महिला की मौत हो गई थी. मृतका के पति ने एसपी से न्याय की गुहार लगायी थी. इसके बाद डॉक्टर और अस्पताल पर कार्रवाई की गई है. पढ़िए पूरी खबर..

लापरवाही के आरोप में अस्पताल और डॉक्टर पर केस दर्ज
लापरवाही के आरोप में अस्पताल और डॉक्टर पर केस दर्ज

मधेपुरा: जिला के उदाकिशुनगंज अनुमंडल में अवैध नर्सिंग होम पर ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में सर्जिकल सामान छोड़ने (Major Negligence During Operation In Udakishungan) के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. एसपी के निर्देश पर डॉक्टर और फोर्ड अस्पताल पर (FIR Against Doctor And Hospital in Madhepura) केस दर्ज कर लिया गया है. मृतका के पति ने एसपी से न्याय की गुहार लगायी थी. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की गई है.

ये भी पढ़ें- मधेपुरा: पूर्व मुखिया लाल यादव हत्याकांड का खुलासा, दो शूटर्स को हथियार के साथ गिरफ्तार

बता दें कि, पूर्णिया जिले के बरहरा कोठी थाना क्षेत्र के मालधिया निवासी शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी पत्नी काजल कुमारी का प्रसव 1 अक्टूबर 2021 को फोर्ड अस्पताल उदाकिशुनगंज में हुआ था. इस दौरान डॉक्टरों ने बताया कि प्रसव के लिए ऑपरेशन करना होगा. इसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर प्रसव कराया लेकिन लापरवाही बरतते हुए महिला के पेट में सर्जिकल कपड़ा छोड़ दिया.

इसके बाद 8 अक्टूबर को फोर्ड अस्पताल से महिला को छुट्टी भी दे दी गई, लेकिन ऑपरेशन के बाद महिला को पेट दर्द की शिकायत बनी रही. शुरुआत में स्थानीय स्तर पर महिला का इलाज कराया गया. दर्द की दवा दी जाती रही, लेकिन जब स्थिति बहुत बिगड़ी तो पूर्णिया ले जाया गया. जहां डॉक्टर लक्ष्मी प्रसाद यादव के क्लीनिक पर जांच के बाद बताया गया महिला के पेट में कुछ है. ऑपरेशन कर सड़ी गली हालत में कपड़े को निकाला गया.

वहीं, पूर्णिया के डॉक्टर ने बताया कि पेट में सर्जिकल कपड़ा वगैरह रहने के कारण आंत सड़ गया है. पूर्णिया में महिला के ऑपरेशन के बाद वे लोग फोर्ड अस्पताल भी गए, लेकिन अस्पताल संचालक इस बात को मानाने को तैयार नहीं हुआ. इस दौरान महिला की मौत हो गई, जिसके बाद मृतक के पति उदाकिशुनगंज थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए भी गए, लेकिन वहां भी उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई. जिसके बाद पीड़ित ने मधेपुरा एसपी से न्याय की गुहार लगायी है, तब जाकर मामले में कार्रवाई की गई है.

ये भी पढ़ें- मधेपुरा में तीन बच्चों के साथ महिला लापता, परिजनों को अपहरण कर हत्या की आशंका

इस संबंध में मधेपुरा एसपी राजेश कुमार ने उदाकिशुनगंज थानाध्यक्ष को केस दर्ज कर मामले का अनुसंधान का आदेश दिया है, जिसके बाद मृतक के पति के आवेदन पर उदाकिशुनगंज थाना में फोर्ड हॉस्पिटल के संचालक और ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

जिले में 155 निजी नर्सिंग होम और जांच घर सरकारी आंकड़ों में संचालित है, जबकि मात्र 27 का निबंधन स्वास्थ्य विभाग से किया गया है, लेकिन गली-गली में सैंकड़ों फर्जी नर्सिंग होम और क्लीनिक संचालित हैं. फर्जी नर्सिंग होम संचालित होने की वजह से लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

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मधेपुरा: जिला के उदाकिशुनगंज अनुमंडल में अवैध नर्सिंग होम पर ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में सर्जिकल सामान छोड़ने (Major Negligence During Operation In Udakishungan) के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है. एसपी के निर्देश पर डॉक्टर और फोर्ड अस्पताल पर (FIR Against Doctor And Hospital in Madhepura) केस दर्ज कर लिया गया है. मृतका के पति ने एसपी से न्याय की गुहार लगायी थी. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की गई है.

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बता दें कि, पूर्णिया जिले के बरहरा कोठी थाना क्षेत्र के मालधिया निवासी शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी पत्नी काजल कुमारी का प्रसव 1 अक्टूबर 2021 को फोर्ड अस्पताल उदाकिशुनगंज में हुआ था. इस दौरान डॉक्टरों ने बताया कि प्रसव के लिए ऑपरेशन करना होगा. इसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर प्रसव कराया लेकिन लापरवाही बरतते हुए महिला के पेट में सर्जिकल कपड़ा छोड़ दिया.

इसके बाद 8 अक्टूबर को फोर्ड अस्पताल से महिला को छुट्टी भी दे दी गई, लेकिन ऑपरेशन के बाद महिला को पेट दर्द की शिकायत बनी रही. शुरुआत में स्थानीय स्तर पर महिला का इलाज कराया गया. दर्द की दवा दी जाती रही, लेकिन जब स्थिति बहुत बिगड़ी तो पूर्णिया ले जाया गया. जहां डॉक्टर लक्ष्मी प्रसाद यादव के क्लीनिक पर जांच के बाद बताया गया महिला के पेट में कुछ है. ऑपरेशन कर सड़ी गली हालत में कपड़े को निकाला गया.

वहीं, पूर्णिया के डॉक्टर ने बताया कि पेट में सर्जिकल कपड़ा वगैरह रहने के कारण आंत सड़ गया है. पूर्णिया में महिला के ऑपरेशन के बाद वे लोग फोर्ड अस्पताल भी गए, लेकिन अस्पताल संचालक इस बात को मानाने को तैयार नहीं हुआ. इस दौरान महिला की मौत हो गई, जिसके बाद मृतक के पति उदाकिशुनगंज थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए भी गए, लेकिन वहां भी उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई. जिसके बाद पीड़ित ने मधेपुरा एसपी से न्याय की गुहार लगायी है, तब जाकर मामले में कार्रवाई की गई है.

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इस संबंध में मधेपुरा एसपी राजेश कुमार ने उदाकिशुनगंज थानाध्यक्ष को केस दर्ज कर मामले का अनुसंधान का आदेश दिया है, जिसके बाद मृतक के पति के आवेदन पर उदाकिशुनगंज थाना में फोर्ड हॉस्पिटल के संचालक और ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

जिले में 155 निजी नर्सिंग होम और जांच घर सरकारी आंकड़ों में संचालित है, जबकि मात्र 27 का निबंधन स्वास्थ्य विभाग से किया गया है, लेकिन गली-गली में सैंकड़ों फर्जी नर्सिंग होम और क्लीनिक संचालित हैं. फर्जी नर्सिंग होम संचालित होने की वजह से लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

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