मधेपुराः कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने लॉक डाउन का निर्देश जारी किया है. जिसका मुख्य उद्देश्य आपस में दूरी को बरकरार रखना है. हालांकि आपातकालीन सेवाओं को इस निर्देश से मुक्त रखा गया है. लेकिन बैंकों में बढ़ रही भीड़ सरकार की तमाम कोशिशों पर पानी फेरता नजर आ रहा है.
बैंको में लगी भीड़ सोशल डिस्टैनसिंग हुआ बेअसर
विभिन्न चौक चौराहों पर पुलिस प्रशासन की ओर से वाहन जांच अभियान भी चलाया जा रहा है. ताकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन का पालन कर सकें. हालांकि लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंकिंग सेवाओं को बहाल किया गया है. लेकिन अब बैंकों में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी है. सुबह से ही शहर के सुभाष चौक स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक और इंडियन बैंक की शाखाओं में लोग एक दूसरे से सटकर खड़े नजर आए और अपनी बारी का इंतजार करते रहे. यहां मौजूद अधिकांश लोगों के पास मास्क तक उपलब्ध नहीं थे. ऐसे में सरकार की ओर से की गई तमाम कोशिशों पर आम लोग और जिला प्रशासन ही पानी फेर रहा है.
बैंक शाखाओं पर लोगों की भीड़
जिला प्रशासन की तरफ से भी बैंक शाखाओं पर लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं, खाताधारक सुमन कुमार पोद्दार ने बताया कि यहां पर लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई है. पुलिस प्रशासन सिर्फ चालान काटने में लगी है.
पुलिस बल की तैनाती नहीं
बहरहाल बैंकों में व्यवस्था बनाने के लिए मधेपुरा जिला प्रशासन की ओर से एक भी पुलिस बल की तैनाती नहीं की गई है. शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर लोगों का चालान काटा जा रहा है. ऐसे में मधेपुरा जिले में इस तरह की भीड़ का इकट्ठा होना कोरोना वायरस को दावत देने वाला उदाहरण है.