मधेपुराः अपनी मांगों के समर्थन में एम्बुलेंस चालकों ने अर्धनग्न होकर धरना दिया और नारेबाजी की. चालकों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यस्था पूरी तरह चरमरा गई है. अस्पताल में मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
चालकों का कहना है कि 102 एम्बुलेंस चालकों से पिछले 14 माह से लगातार 12 घंटे ड्यूटी ली जा रही है. लेकिन वेतन मात्र 08 घंटे की मिलती है. अभी तक इनको नियुक्ति पत्र और न ही वेतन विवरणी के रूप वेतन लिस्ट दिया गया है. 14 माह से इनके वेतन से कर्मचारी भविष्य निधि और कर्मचारी राज्य बीमा के मद में लाखों रुपए की कटौती की गई है. जिसे अभी तक संबन्धित कोष में जमा नहीं कराया गया है.
भूखमरी के कगार पर परिवार
एम्बुलेंस चालकों का पूरा परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गया है. इनका सुनने वाला कोई नहीं है. इनका कहना है कि कॉन्ट्रेक्टर और विभाग के बीच ये लोग घून की तरह पिसे जा रहे हैं. इन्हें सप्ताहिक अवकाश भी नही मिलता है.
वहीं, सीएस का कहना है कि जिस कॉन्ट्रेक्टर के तहत ये लोग काम करते हैं, उसे नवम्बर तक का पेमेंट कर दिया गया है. अब ये कर्मी और कॉन्ट्रेक्टर के बीच का मामला है.