लखीसराय: छपरा में शराब त्रासदी (Chapra hooch tragedy) में 76 से अधिक लोगों की मौत हुई थी. मशरक और इशुआपुर प्रखंड में बीते महीने कोहराम मच गया था. मामले की अब भी जांच चल रही है. कई लोगों का इलाज भी जारी है. इन सबके बीच सीएम नीतीश कुमार की छपरा में समाधान यात्रा है. इसको लेकर बीजेपी हमलावर है. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Vijay Sinha On CM Nitish samadhan yatra) ने सीएम से सवाल किया है कि सारण की धरती पर जहरीली शराब से मौत का सौदागर कौन है? मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का ये धरती कैसे स्वागत करेगी?
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'लाशों के ढेर पर कैसे सीएम का स्वागत होगा?': बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सह स्थानीय विधायक विजय कुमार सिंहा ने एक वीडियो जारी कर कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के द्वारा तेरहवां समाधान यात्रा चल रहा है. अनाथ बच्चों और विधवाओं के दर्द को सीएम नीतीश की संवेदनहीनता और बढ़ा रही है. सीएम नीतीश उस धरती पर गए हैं जहां सैंकड़ों मौतें हुई हैं, कई लोगों का इलाज चल रहा है. सीएम नीतीश के पीड़ितों को मुआवजा देने की बजाय जो पीएगा वो मरेगा का बयान पीड़ितों के दर्द को बढ़ा रहा है. लाशों की ढेर पर पुलिस महकमा अरबपति बन गया. धनकुबेर की इमारत खड़ी कर ली. उसकी समीक्ष क्यों नहीं करते हैं? अपराधियों की गोली से जिसकी मौत हुई है उसके परिवार के दर्द को सुनने की फुर्सत आपके पास नहीं है.
"सीएम नीतीश के हस्तिनापुर के गुलामों के बीच कैसे पीड़ितों के दर्द पर संवाद होगा? सीएम नीतीश की सत्ता के लालच में जुबान फिसल रही है. ये उम्र का प्रभाव है या फिर समस्याओं से नजर चुराना है. सीएम की समाधान यात्रा नहीं है बल्कि शांति और विकास में व्यवधान डालने का काम कर रहे हैं. अगर समाधान करना है तो संगीनों के साये से निकलकर लोगों को आमंत्रित करके उनके दर्द को सुनिए."- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
'सीएम नीतीश की विदाई यात्रा है': विजय सिन्हा ने सीएम नीतीश के समाधान यात्रा पर हमला करते हुए कहा कि सौ से ज्यादा पीड़ित परिवार अपने दर्द को बताने के लिए बैठा हुआ है. उनके आंसू जाकर पोछिए. इतने बड़े नरसंहार की जिम्मेदारी तय कीजिए. उच्चस्तरीय जांच कर पीड़ित परिवारों को मुआवजा और रोजगार दीजिए. तभी आपका समाधान यात्रा सफल होगा नहीं तो ये निरर्थक और व्यर्थ यात्रा है. लोगों के बीच भ्रम और आत्ममुग्धता का प्रदर्शन है. ये समाधान यात्रा आपकी विदाई यात्रा बनकर रह जाएगी.
छपरा जहरीली शराब कांड: छपरा में जहरीली शराब ने 76 लोगों की जान ले ली थी. इस मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मामले की जांच अभी भी चल रही है. इस मामले को लेकर बीजेपी लगातार उच्चस्तरीय जांच और पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग कर रही है.