लखीसराय: लखीसराय जिले के स्थानीय केआरके उच्च विद्यालय के मैदान में बिना किताब का एक अजीबोगरीब पुस्तकालय का निर्माण कराया गया है. इसके स्थापना काल से ही पुस्तकालय में एक भी किताब नहीं रखा गया. लगातार स्थापना काल से ही यहां पर ताला लगा हुआ है. क्षेत्रीय विधायक और बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा के द्वारा पुस्तकालय में समर्थकों को लाभ पहुंचाने के लिए इसका निर्माण कराया गया था.
2015 में हुआ था शिलान्यास
शहर के स्थानीय केआरके उच्च विद्यालय के मैदान स्थित गेट नंबर 1 के बगल में बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सह क्षेत्रीय विधायक विजय कुमार सिन्हा द्वारा 2015 में विधायक कोटे से पुस्तकालय का शिलान्यास करवाया गया था. जिसमें विधायक के करीबी और भाजपा के नगर अध्यक्ष अमरजीत प्रजापति को निर्माण कार्य सौंपा गया था, जो शिलान्यास के बोर्ड पर अंकित है. बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 2017 में बड़े ही तामझाम के साथ इस पुस्तकालय भवन का उद्घाटन किया था. उस दौरान भी इस पुस्तकालय में एक भी किताब नहीं थे. खानापूर्ति के तौर पर इसका उद्घाटन तो कर दिया गया लेकिन आज तक स्थापना काल के बाद इसे खोला नहीं गया.
पुस्तकालय में नहीं है एक भी किताब
कभी-कभी सरकारी दल के समर्थकों की ओर से अपने व्यक्तिगत कार्य के लिए इसे खोलते देखा गया है. स्थानीय लोग इस पुस्तकालय में ताला लगे रहने से गुस्सा भी हैं. कई लोगों ने क्षेत्र के विधायक विजय कुमार सिन्हा पर अपने समर्थकों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि इस पुस्तकालय को बनाकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है. क्योंकि लगातार 5 साल बीत जाने के बाद भी इस पुस्तकालय भवन में एक भी किताब नहीं है. बल्कि यह असामाजिक तत्व और जानवरों का अड्डा बन कर रह गया है.
अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए सरकार से मांग
केआरके स्कूल के जमीन पर हुए अतिक्रमण को मुक्त कराने के लिए स्कूल के जमीन दाता संस्थाओं से अपनी जमीन मांग रहा है. स्कूल के जमीन दाता कनीराम खेतान के परिजनों ने मैदान के कैंपस में दर्जनों रूप से अवैध निर्माण को मुक्त कराने के लिए सरकार से मांग की है. जिसमें जिला प्रशासन ने डीएलपी एंड क्लब को अतिक्रमण से मुक्त कराकर जमीन को धराशाई कर दिया. वहीं दूसरे नंबर पर विधायक द्वारा बनाया गया पुस्तकालय पर भी उन्होंने दावा ठोक दिया है.
किसी छात्र को नहीं मिल रहा लाभ
जमीन दाता के परिजनों ने बताया कि पुस्तकालय भी अतिक्रमण के तहत आता है. स्कूल के जमीन पर इन संस्थाओं द्वारा अतिक्रमण किया गया है. लोकायुक्त पटना में जमीन का दावा ठोका गया है. लोकायुक्त ने लखीसराय जिला प्रशासन से स्कूल की जमीन को चिन्हित करते हुए अतिक्रमण हटाने का आदेश भी दिया है. लेकिन केवल डीएलपी एंड क्लब को अतिक्रमण मुक्त करवाने के बाद जिला प्रशासन सो गया है. जबकि विधायक बनाया गया तथाकथित पुस्तकालय अभी भी केआरके मैदान के गेट नंबर 1 पर अवस्थित है, जो बिना किताब के जानवर और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है. इस पुस्तकालय से किसी भी छात्र नौजवान या आम लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है.
असामाजिक तत्व और जानवरों का बना अड्डा
शहर के समाजसेवी महेश यादव ने कहा कि बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री और क्षेत्रीय विधायक विजय कुमार सिन्हा द्वारा अपने समर्थकों को लाभ पहुंचाने के दृष्टिकोण से यह पुस्तकालय बनाया गया था. जो बिना किताब के बेकार पड़ा हुआ है. जबकि इस पुस्तकालय को बनाए हुए 5 साल बीत गए हैं. सरकार के कुछ लोगों ने अपने लाभ के लिए इसे बनाया है. आम जनता से इन्हें कुछ भी नहीं लेना देना है.
लाखों रुपए की राशि का हुआ है बंदरबांट
वहीं विद्यालय प्रबंधन के जमीन दाता द्वारा इस पुस्तकालय को भी अवैध करार दिया गया है. लोकायुक्त से इसे अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की गई है. वहीं केआरके मैदान के दूसरे छोर पर डीएलपी कलर को अतिक्रमण के तहत गिरा दिया गया और इसे जिला प्रशासन द्वारा छोड़ दी गई. कहीं ना कहीं सरकार और जिला प्रशासन बिहार सरकार के द्वारा बनाया गया तथाकथित पुस्तकालय को गिराने से परहेज कर रहे हैं. जबकि इस पुस्तकालय के निर्माण में लाखों रुपए की राशि का बंदरबांट हुआ है