बिहार विधानसभा चुनाव 2020: कभी सीपीआई का गढ़ रही सूर्यगढ़ा विधानसभा सीट पर बीजेपी और आरजेडी का दबदबा रहा है. महागठबंधन में ये सीट आरजेडी को तो दे दी गई है. लेकिन एनडीए ने इस सीट पर जेडीयू उम्मीदवार को उतारा है.
महागठबंधन में शामिल हुई सीपीआई को सीट शेयरिंग के तहत यहां से टिकट नहीं मिला है. इस सीट से आरजेडी के प्रह्लाल यादव चुनावी मैदान में हैं. प्रह्लाद यादव ने पिछले चुनाव में बीजेपी के प्रेम रंजन पटेल को मात दी थी. अब तक 15 चुनावों में सीपीआई को 4, आरजेडी को 3, बीजेपी को 2 और कांग्रेस को 3 बार जीत मिली है.
- 2011 की जनगणना के अनुसार, सूर्यगढ़ा की जनसंख्या 4 लाख 78 हजार 679 है.
- एससी-एसटी का अनुपात कुल जनसंख्या का 14.76 और 1.63 है.
- सूर्यगढ़ा में विधानसभा पर पहली दफा 1957 में चुनाव हुए.
- शुरूआती दौर में पहले सीपीआई जीती फिर कांग्रेस ने जीत हासिल की. लेकिन तीसरे चुनाव में सीपीआई ने कमबैक किया.
- 1967 और 1972 का चुनाव जीतने के बाद सीपीआई को 1977 के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार ने मात दी.
- इसके बाद सीपीआई ने जीत दर्ज की. लेकिन 1990 में सीपीआई का अकाउंट यहां से क्लोज हो गया, जो आजतक नहीं खुला.
- 1995, 2000, 2005 और 2015 का चुनाव आरजेडी के प्रह्लाद यादव ने जीता.
- 2005-उपचुनाव और 2010 का चुनाव बीजेपी के प्रेम रंजन पटेल ने अपने नाम किया.
सूर्यगढ़ा सीट पर इस बार एनडीए की ओर से जदयू प्रत्याशी रामानंद मंडल हैं. वहीं, आरजेडी ने प्रह्लाद यादव पर फिर से विश्वास जताया है. दूसरी ओर एलजेपी ने भी अपना उम्मीदवार इस चुनावी मैदान में उतारा है. देखना होगा, जनादेश किसके पक्ष में जाता है.