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लखीसराय: डीलरों की नियुक्ति में घोटाले के आसार, अफसरों पर लग रहे मनमानी के आरोप - Officials demanded bribe

अभ्यर्थियों ने जन वितरण प्रणाली के तहत डीलर की बहाली के दौरान करोड़ों रुपए की हेराफेरी और घोटाला किए जाने की बात कही है. लखीसराय प्रखंड के कुछ अभ्यर्थियों ने इसको लेकर अनुमंडल कार्यालय में न्याय की गुहार लगाई है.

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Published : Aug 11, 2019, 7:26 PM IST

लखीसराय: जिले के अनुमंडल कार्यालय में बड़े घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है. दरअसल, जन वितरण प्रणाली के तहत जिलेभर के सभी पंचायतों में रिक्त डीलरों की बहाली निकाली गई थी. जिसमें लखीसराय के सभी पंचायतों से हजारों अभ्यर्थियों ने अपना आवेदन दिया था. जिसमें लखीसराय प्रखंड, रामगढ़ और हलसी प्रखंड के कुछ अभ्यर्थियों ने अनुमंडल कार्यालय के कई कर्मचारियों सहित अनुमंडल पदाधिकारी पर गड़बड़ी के साथ-साथ मनमानी करने का भी आरोप लगाया है.

lakhisarai
जारी हुई थी सूची

अभ्यर्थियों ने जन वितरण प्रणाली के तहत डीलर की बहाली के दौरान करोड़ों रुपए की हेराफेरी और घोटाला किए जाने की बात कही है. लखीसराय प्रखंड के कुछ अभ्यर्थियों ने इसको लेकर अनुमंडल कार्यालय में न्याय की गुहार भी लगाई है. उन्होंने जांच की मांग की है. साथ ही मांग पूरी नहीं किए जाने पर कोर्ट जाने की बात कही है.

lakhisarai
पीड़ित अभ्यर्थी

अधिकारियों ने की थी रिश्वत की मांग
कार्यालय में मौजूद अभ्यर्थी गौतम कुमार ने कहा कि डीलर की बहाली में बिहार गजट के नियमावली के अनुसार सारे कागजातों में उनका स्थान दूसरा है. इसके बावजूद अनुमंडल पदाधिकारी ने उनसे रिश्वत की मांग की. 3 लाख रुपये नहीं दे पाने के कारण चौथे-पांचवें नंबर के लोगों को नियुक्त पत्र दे दिया गया.

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बिहार गजट की प्रति

कोर्ट में जाने की कही बात
दूसरे अभ्यर्थियों ने भी गौतम कुमार के इस बात का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि सही सर्टिफिकेट होने का बावजूद गलत तरीके से दूसरों को टेंडर दिया गया जो कि गलत है. वह चुप नहीं बैठेंगे, इनके खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज कराएंगे.

lakhisarai
विभाग पर आरोप
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एसडीएम लखीसराय

जवाब देने से बच रहे अधिकारी
इस बाबत जब अनुमंडल कार्यालय के अनुमंडल पदाधिकारी मुरली प्रसाद सिंह से जवाब-तलब किया गया तो पहले उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

आरोपों को बताया निराधार
कैमरा हटाते ही उन्होंने कहा कि जन वितरण प्रणाली के तहत जिले के विभिन्न पंचायतों में खाली पड़े डीलरों की बहाली में पूरी ईमानदारी से नियुक्ति पत्र दी गयी है. इसमें बिहार गजट की नियमावली के अनुसार जन वितरण प्रणाली के आवेदकों को वरीयता के आधार पर मेरिट सूची जारी की गई थी. अधिक योग्यता रखने वालों का चयन किया गया है. कोई मनमानी नहीं हुई है. सभी आरोप गलत हैं.

लखीसराय: जिले के अनुमंडल कार्यालय में बड़े घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है. दरअसल, जन वितरण प्रणाली के तहत जिलेभर के सभी पंचायतों में रिक्त डीलरों की बहाली निकाली गई थी. जिसमें लखीसराय के सभी पंचायतों से हजारों अभ्यर्थियों ने अपना आवेदन दिया था. जिसमें लखीसराय प्रखंड, रामगढ़ और हलसी प्रखंड के कुछ अभ्यर्थियों ने अनुमंडल कार्यालय के कई कर्मचारियों सहित अनुमंडल पदाधिकारी पर गड़बड़ी के साथ-साथ मनमानी करने का भी आरोप लगाया है.

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जारी हुई थी सूची

अभ्यर्थियों ने जन वितरण प्रणाली के तहत डीलर की बहाली के दौरान करोड़ों रुपए की हेराफेरी और घोटाला किए जाने की बात कही है. लखीसराय प्रखंड के कुछ अभ्यर्थियों ने इसको लेकर अनुमंडल कार्यालय में न्याय की गुहार भी लगाई है. उन्होंने जांच की मांग की है. साथ ही मांग पूरी नहीं किए जाने पर कोर्ट जाने की बात कही है.

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पीड़ित अभ्यर्थी

अधिकारियों ने की थी रिश्वत की मांग
कार्यालय में मौजूद अभ्यर्थी गौतम कुमार ने कहा कि डीलर की बहाली में बिहार गजट के नियमावली के अनुसार सारे कागजातों में उनका स्थान दूसरा है. इसके बावजूद अनुमंडल पदाधिकारी ने उनसे रिश्वत की मांग की. 3 लाख रुपये नहीं दे पाने के कारण चौथे-पांचवें नंबर के लोगों को नियुक्त पत्र दे दिया गया.

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बिहार गजट की प्रति

कोर्ट में जाने की कही बात
दूसरे अभ्यर्थियों ने भी गौतम कुमार के इस बात का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि सही सर्टिफिकेट होने का बावजूद गलत तरीके से दूसरों को टेंडर दिया गया जो कि गलत है. वह चुप नहीं बैठेंगे, इनके खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज कराएंगे.

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विभाग पर आरोप
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एसडीएम लखीसराय

जवाब देने से बच रहे अधिकारी
इस बाबत जब अनुमंडल कार्यालय के अनुमंडल पदाधिकारी मुरली प्रसाद सिंह से जवाब-तलब किया गया तो पहले उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

आरोपों को बताया निराधार
कैमरा हटाते ही उन्होंने कहा कि जन वितरण प्रणाली के तहत जिले के विभिन्न पंचायतों में खाली पड़े डीलरों की बहाली में पूरी ईमानदारी से नियुक्ति पत्र दी गयी है. इसमें बिहार गजट की नियमावली के अनुसार जन वितरण प्रणाली के आवेदकों को वरीयता के आधार पर मेरिट सूची जारी की गई थी. अधिक योग्यता रखने वालों का चयन किया गया है. कोई मनमानी नहीं हुई है. सभी आरोप गलत हैं.

Intro:डीलर की बहाली में अधिकारियों द्वारा मनमानी कर बहाल करने का अभ्यर्थियों ने लगाया आरोप

--- डीलर की बहाली में सम्मिलित अभ्यर्थियों ने कहां की एसडीओ एवं अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में करेंगे मामला दर्ज




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डीलर की बहाली में अधिकारियों द्वारा मनमानी कर बहाल करने का अभ्यर्थियों ने लगाया आरोप,
---कहा न्यायालय में करेंगे मामला दर्ज

anchor-- लखीसराय अनुमंडल कार्यालय द्वारा जन वितरण प्रणाली के तहत जिले भर के सभी पंचायतों में रिक्त डीलरों की बहाली निकाली गई जिसमें लखीसराय जिले के सभी पंचायतों से अलग अलग हजारों अभ्यर्थियों ने अपना आवेदन दिया।
जिसमें लखीसराय प्रखंड, रामगढ़ और हलसी प्रखंड के कुछ अभ्यर्थियों ने अनुमंडल कार्यालय के विभिन्न कर्मचारियों सहित अनुमंडल पदाधिकारी पर भी अनियमितता के साथ साथ मनमानी करने का आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों ने जन वितरण प्रणाली के तहत डीलर की बहाली के दौरान करोडो रुपए की हेराफेरी व घोटाले की बात कहा है।
वहीं लखीसराय प्रखंड के अंतर्गत गौतम कुमार , पिंटू कुमार और सौरभ कुमार ने भी अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर डीलर की बहाली में मनमानी के खिलाफ आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया है।


अभ्यर्थी गौतम कुमार ने कहा कि डीलर के बहाली में बिहार गजट के नियमावली के अनुसार सारे कागजात में हमारा स्थान पहला है उसके बाद भी अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जानबूझकर हमें हटा दिया गया हम से रिश्वत के तौर पर ₹300000 भी मांगे गए थे हम नहीं दे पाए जिसके कारण उन्होंने तीसरे और चौथे नंबर के लोगों को नियुक्ति पत्र दे दिया हम उनके खिलाफ हाईकोर्ट जाकर मामला दर्ज कराएंगे।

दामोदरपुर पंचायत के पिंटू कुमार , महिसोना पंचायत के सौरभ कुमार ने भी एसडीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि डीलर की बहाली के दौरान उनके द्वारा मोटी राशि की मांग की गई जो हम लोग देने में सक्षम नहीं थे हमारा सर्टिफिकेट बिल्कुल सही है उन्होंने कारण लाकर हम लोगों को छोड़ दिया और ऐसे लोगों को नियुक्ति पत्र दे दी जो उन्हें दो से ₹300000 दिए हैं। हम चुप नहीं बैठेंगे इनके खिलाफ कोर्ट जाकर मामला दर्ज कराएंगे


इस संदर्भ में रामगढ़ थाना क्षेत्र के बिल्लो गांव के निवासी धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि मेरी पत्नी अनीता देवी डीलर की बहाली के लिए प्रथम वरीयता स्थान रखती थी। उसके बाद भी अनुमंडल पदाधिकारी एवं उनके अन्य कर्मियों के द्वारा उसे छोड़ दिया गया उनके कर्मचारी द्वारा स्पष्ट रूप से दो से ₹300000 का मांग किया गया जो हम देने में सक्षम नहीं हो पाए।

वहीं लखीसराय प्रखंड के अंतर्गत गौतम कुमार , पिंटू कुमार और सौरभ कुमार ने भी अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर डीलर की बहाली में मनमानी के खिलाफ आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाया है।


इस संदर्भ में ईटीवी भारत जब अनुमंडल कार्यालय जाकर अनुमंडल पदाधिकारी मुरली प्रसाद सिंह से बात की तो उन्होंने
कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ साफ मना कर दिया कैमरा हटते ही उन्होंने कहा कि जन वितरण प्रणाली के तहत जिले के विभिन्न पंचायतों में रिक्त पड़े डीलरों की बहाली में पूरी ईमानदारी से नियुक्ति पत्र दिया गया है। बिहार गजट के नियमावली के अनुसार जन वितरण प्रणाली के आवेदकों को उनके डिग्री के वरीयता के आधार पर मेरिट सूची जारी की गई तत्पश्चात कंप्यूटर कोर्स में हाईस्ट क्वालीफिकेशन रखने वाले आवेदकों को डीलर के लिए चयन किया गया है ।डीलर की बहाली में किसी तरह की अनियमितता नहीं हुई है ,और ना ही किसी तरह की कोई मनमानी की गई है। अभ्यर्थियों द्वारा लगाया गया आरोप बिल्कुल निराधार है।


Conclusion:लखीसराय अनुमंडल कार्यालय द्वारा जन वितरण प्रणाली के तहत जिले भर के सभी पंचायतों में रिक्त डीलरों की बहाली निकाली गई जिसमें लखीसराय जिले के सभी पंचायतों से अलग अलग हजारों अभ्यर्थियों ने अपना आवेदन दिया।
जिसमें लखीसराय प्रखंड, रामगढ़ और हलसी प्रखंड के कुछ अभ्यर्थियों ने अनुमंडल कार्यालय के विभिन्न कर्मचारियों सहित अनुमंडल पदाधिकारी पर भी अनियमितता के साथ साथ मनमानी करने का आरोप लगाया है।

--'एसडीओ मुरली प्रसाद सिंह ने ईटीवी भारत के कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ साफ किया मना

---उन्होंने कैमरा हटते ही कहा कि अभ्यर्थियों द्वारा लगाया गया आरोप निराधार है

--- बिहार गजट के नियमावली के आधार पर ली गई है बहाली

--- मामला जांच का विषय है

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