लखीसरायः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 7 महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक हर घर जल नल योजना. सात निश्चय योजना के तहत हर गांव में यह कार्य होना है और हर घर तक नल का जल पहुंचाना है. लेकिन इस योजना में लगातार ठेकेदारों और जनप्रतिनिधियों के जरिए लोगों को ठगने का काम हो रहा है.
मामला लखीसराय वार्ड नंबर-14 का है. जहां इस योजना की आड़ में प्रशासनिक सुविधा से लेकर घर की सुविधा तक का जुड़ा मामला सामने आया है. ईटीवी भारत की टीम ने जब इस मामले का खुलासा किया तो पता चला कि नलकूप विभाग की ओर से 15 साल पहले ही लखीसराय जिले के कुल 33 वार्ड में हर घर नल पहुंचाने को लेकर पाइप बिछाई गई थी. कई जगह पर योजना चल भी रही है.
दोबारा बिछाई जा रही पाइप लाइन
इसके बावजूद भी नगर परिषद के जरिए वार्ड पार्षद की मिलीभगत से हर वार्ड में पाइप को बिछाया जा रहा है. ताकि हर घर में नल जल पहुंच सके. लेकिन दुर्भाग्य है कि एक तो नए सड़क का निर्माण में पाइप बिछाने के नाम पर गड्ढे किए जा रहे हैं दूसरी तरफ जो पाइप बिछाए जा रहा है वह भी 3 फीट की जगह पर 1 फीट बिछाया जा रहा है. उसी सड़क के निर्माण को लेकर दोबारा पीसीसी सड़क का निर्माण भी किया जा रहा है.
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मामले की चल रही है जांच
इस योजना में दोनों तरफ से ठेकेदार मालामाल हो रहे हैं और इस मामले में प्रशासनिक पदाधिकारी भी चुप हैं. जिसको लेकर बिहार में कई जगहों पर विपक्षी दलों ने आवाज उठाई है. अब चुनाव के बाद बिहार सरकार ने इस योजना के तहत कई जांच टीम को भी लगाया है. जिसकी जांच लखीसराय में भी कई जगह पर की जा रही है. अब तक कुछ ही योजना में लूट की बात सामने आई है. जिला प्रशासन बात को छुपाने में लगा है.
'जांच में सही पाने पर होगी कार्रवाई'
इस संबंध में लखीसराय के उप विकास आयुक्त अनिल कुमार का कहना है कि नगर परिषद हो या गांव का मामला हो दोनों ओर टीम जांच पड़ताल कर रही है. इसमें राज्य सरकार भी काफी गंभीर है जिसको लेकर हर गांव में विधिवत रूप से जांच होगी, उसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जाएगी. जहां पर भी अनियमितता नज़र आएगी उस पर कार्रवाई होगी.