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लखीसरायः किऊल नदी पर बना पीपा पुल जर्जर, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

समाज सेवी महेश यादव ने कहा कि लखीसराय-किउल रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर जनसहयोग से बने सड़क पुल जर्जर हो गया है. कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लोग जबरन चारपहिया वाहनों को इस पुल से पार कर जा रहे है. अगर इन्हें नहीं रोका गया तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

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Published : Dec 12, 2019, 3:28 PM IST

लखीसरायः रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर बना पीपा पुल जर्जर हालत में हो गया है. इस पुल को स्थानीय लोगों ने जन सहयोग से मिट्टी/बालू से सड़क और बिजली के पोल को जोड़कर बनाया है. यह पुल केवल स्थानीय लोगों और दो पहिया और तीन पहिया वाहनों को चलाने लायक बनाया गया था.

लेकिन इस पुल से बालू लोडेड ट्रैक्टर, यात्रियों से भरे जीप और बोलेरो स्कार्पियों जैसे चार पहिया वाहनों के चलने से यह पुल जर्जर हो गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते इस पुल को नहीं बदला गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकता है.

किऊल नदी पर बना पीपा पुल हुआ जर्जर
समाज सेवी महेश यादव ने कहा कि अगर लखीसराय-किऊल रेलवे नदी पर सामानांतर सड़क पुल बन जाएगी, तो लखीसराय से किऊल स्टेशन की दूरी सिमट जाएगी. साथ ही लोगों के पैसे और समय दोनों की बचत होगी. नदी पार पूर्वी क्षेत्र का विकास तेज होगा. वर्तमान में लखीसराय से किऊल की दूरी तय करने में आठ किलोमीटर का सफर तय करना होता है. किऊल नदी पर प्रस्ताव सड़क पुल विकास का सेतु बन सकता है. राज्य सरकार ने डेढ़ साल किऊल और लखीसराय को जोड़ने के लिए नदी पर सड़क पुल बनाने की घोषणा की थी. इसके लिए केबिनेट से 60 लाख रुपये की मंजूरी भी दी गई थी. इस साल भी शुरूआत में प्रस्तावित पुल के लिए मिट्टी की जांच की गई थी. लेकिन धरातल पर स्थिति अभी भी शुन्य है.

देखें पूरी रिपोर्ट

जर्जर पुल का कराया जाए निर्माण
समाज सेवी महेश यादव ने कहा कि लखीसराय-किउल रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर जनसहयोग से बने सड़क पुल जर्जर हो गया है. कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लोग जबरन चारपहिया वाहनों को इस पुल से पार कर जा रहे है. अगर इन्हें नहीं रोका गया तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

लखीसरायः रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर बना पीपा पुल जर्जर हालत में हो गया है. इस पुल को स्थानीय लोगों ने जन सहयोग से मिट्टी/बालू से सड़क और बिजली के पोल को जोड़कर बनाया है. यह पुल केवल स्थानीय लोगों और दो पहिया और तीन पहिया वाहनों को चलाने लायक बनाया गया था.

लेकिन इस पुल से बालू लोडेड ट्रैक्टर, यात्रियों से भरे जीप और बोलेरो स्कार्पियों जैसे चार पहिया वाहनों के चलने से यह पुल जर्जर हो गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते इस पुल को नहीं बदला गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकता है.

किऊल नदी पर बना पीपा पुल हुआ जर्जर
समाज सेवी महेश यादव ने कहा कि अगर लखीसराय-किऊल रेलवे नदी पर सामानांतर सड़क पुल बन जाएगी, तो लखीसराय से किऊल स्टेशन की दूरी सिमट जाएगी. साथ ही लोगों के पैसे और समय दोनों की बचत होगी. नदी पार पूर्वी क्षेत्र का विकास तेज होगा. वर्तमान में लखीसराय से किऊल की दूरी तय करने में आठ किलोमीटर का सफर तय करना होता है. किऊल नदी पर प्रस्ताव सड़क पुल विकास का सेतु बन सकता है. राज्य सरकार ने डेढ़ साल किऊल और लखीसराय को जोड़ने के लिए नदी पर सड़क पुल बनाने की घोषणा की थी. इसके लिए केबिनेट से 60 लाख रुपये की मंजूरी भी दी गई थी. इस साल भी शुरूआत में प्रस्तावित पुल के लिए मिट्टी की जांच की गई थी. लेकिन धरातल पर स्थिति अभी भी शुन्य है.

देखें पूरी रिपोर्ट

जर्जर पुल का कराया जाए निर्माण
समाज सेवी महेश यादव ने कहा कि लखीसराय-किउल रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर जनसहयोग से बने सड़क पुल जर्जर हो गया है. कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लोग जबरन चारपहिया वाहनों को इस पुल से पार कर जा रहे है. अगर इन्हें नहीं रोका गया तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

Intro:Lakhisarai l bihar

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Headlines..रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर जनसहयोग से बने सड़क पुल हुआ जर्जर, कभी भी हो सकता है बड़ी हादसा

Date..12 dec 2019

Anchor...लखीसराय रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर स्थानीय लोगों के द्वारा जन सहयोग से मिट्टी/बालू से सड़क एवं बिजली के पोल को जोड़कर पीपा पुल बनाया गया। यह पुल बने एक माह भी पूरे नहीं हुए । पीपा पूल के बिजली वाला सीमेंटेड पोल बीचोंबीच दरक गया है। स्थानीय लोगों ने इस पुल का निर्माण केवल आदमियों को चलने के लिए बनाया था। इस पुल पर दोपहिया एवं तीन पहिया वाहनों को चलाने लायक बनाया गया था। लेकिन इस पुल पर लोगों ने जबरन बालू लोडेड ट्रेक्टर ,यात्रियों से भरे जीप,एवं बोलेरो स्कार्पियो जैसे चार पहिया वाहनों के चलने से पुल दरक गया है। समय रहते इस पोल को नहीं बदला गया तो कभी भी बडी दुर्घटना हो सकता है। या तो बड़े वाहनों की आवागमन पर रोक लगाना पड़ेगा ।
बहीं बतादें कि इस पुल बनने से लखीसराय एवं सूर्यगढ़ा एवं चानन के लगभग एक लाख से ज्यादा आबादी को अावागमन में सीधा लाभ मिल रहा था।

अगर यह लखीसराय-किऊल रेलवे नदी पर सामानांतर सड़क पुल बन जाएगी तो लखीसराय से किऊल स्टेशन की दूरी सिमट जाएगी। लोगों के पैसे और समय दोनों की बचत होगी। नदी पार पूर्वी क्षेत्र का विकास तेज हाेगा। वर्तमान में लखीसराय से किऊल की दूरी तय करने में आठ किलोमीटर का सफर तय करना होता है। किऊल नदी पर प्रस्ताव सड़क पुल विकास का सेतु बन सकता है।राज्य सरकार ने डेढ़ साल किऊल एवं लखीसराय काे जोड़ने के लिए नदी पर सड़क पुल बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए केबिनेट से 60 लाख रुपये की मंजूरी भी दी गई। इस साल में शुरूआत में प्रस्तावित पुल के लिए मिट्‌टी जांच भी की गई है। लेकिन धरातल पर स्थिति शुन्य है।

Body:Lakhisarai l bihar

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Headlines..रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर जनसहयोग से बने सड़क पुल हुआ जर्जर, कभी भी हो सकता है बड़ी हादसा

Date..12 dec 2019

Anchor...लखीसराय रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर स्थानीय लोगों के द्वारा जन सहयोग से मिट्टी/बालू से सड़क एवं बिजली के पोल को जोड़कर पीपा पुल बनाया गया। यह पुल बने एक माह भी पूरे नहीं हुए । पीपा पूल के बिजली वाला सीमेंटेड पोल बीचोंबीच दरक गया है। स्थानीय लोगों ने इस पुल का निर्माण केवल आदमियों को चलने के लिए बनाया था। इस पुल पर दोपहिया एवं तीन पहिया वाहनों को चलाने लायक बनाया गया था। लेकिन इस पुल पर लोगों ने जबरन बालू लोडेड ट्रेक्टर ,यात्रियों से भरे जीप,एवं बोलेरो स्कार्पियो जैसे चार पहिया वाहनों के चलने से पुल दरक गया है। समय रहते इस पोल को नहीं बदला गया तो कभी भी बडी दुर्घटना हो सकता है। या तो बड़े वाहनों की आवागमन पर रोक लगाना पड़ेगा ।
बहीं बतादें कि इस पुल बनने से लखीसराय एवं सूर्यगढ़ा एवं चानन के लगभग एक लाख से ज्यादा आबादी को अावागमन में सीधा लाभ मिल रहा था।

अगर यह लखीसराय-किऊल रेलवे नदी पर सामानांतर सड़क पुल बन जाएगी तो लखीसराय से किऊल स्टेशन की दूरी सिमट जाएगी। लोगों के पैसे और समय दोनों की बचत होगी। नदी पार पूर्वी क्षेत्र का विकास तेज हाेगा। वर्तमान में लखीसराय से किऊल की दूरी तय करने में आठ किलोमीटर का सफर तय करना होता है। किऊल नदी पर प्रस्ताव सड़क पुल विकास का सेतु बन सकता है।राज्य सरकार ने डेढ़ साल किऊल एवं लखीसराय काे जोड़ने के लिए नदी पर सड़क पुल बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए केबिनेट से 60 लाख रुपये की मंजूरी भी दी गई। इस साल में शुरूआत में प्रस्तावित पुल के लिए मिट्‌टी जांच भी की गई है। लेकिन धरातल पर स्थिति शुन्य है।

V.O1.. समाज सेवी महेश यादव ने कहा कि लखीसराय-किउल रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर जनसहयोग से बने सड़क पुल जर्जर हो गया है, कभी भी हो बड़ी हादसा हो सकता है। गस पुल के एक बिजली का पोल बीचोंबीच दरक चुका है। लोग जबरन चारपहिया वाहनों को इस पुल से पार कर जा रहे है। अगर इन्हें नहीं रोका गया तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकता है।

बाईट.. महेश यादव.. समाज सेवीConclusion:V.O1.. समाज सेवी महेश यादव ने कहा कि लखीसराय-किउल रेलवे पुल के समानांतर किऊल नदी पर जनसहयोग से बने सड़क पुल जर्जर हो गया है, कभी भी हो बड़ी हादसा हो सकता है। गस पुल के एक बिजली का पोल बीचोंबीच दरक चुका है। लोग जबरन चारपहिया वाहनों को इस पुल से पार कर जा रहे है। अगर इन्हें नहीं रोका गया तो कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकता है।

बाईट.. महेश यादव.. समाज सेवी
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