लखीसरायः जिले में बाईपास का निर्माण कार्य धीमी गति से होने के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. जाम के कारण लोग एक घंटे का सफर दो घंटे में पूरा कर रहे हैं. इस बाईपास का निर्माण कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है. लेकिन, काम बचे रहने के कारण अभी तक इसकी शुरुआत नहीं की जा सकी है.
धीमी गति से चल रहा बाईपास का निर्माण कार्य
बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से 22 मई 2013 में लखीसराय का ड्रीम प्रोजेक्ट बाईपास सड़क का निर्माण कार्य 122 करोड़ की लागत से प्रारंभ किया गया था. जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री की ओर से किया गया था. इस दौरान तीन बार नीतीश कुमार बिहार सरकार के मुख्यमंत्री बन चुके हैं. लेकिन अभी तक लखीसराय बाईपास का सपना पूरा नहीं हो पाया है.
बाईपास का सपना नहीं हुआ पूरा
हालांकि साढ़े 6 किलो मीटर सड़क बन कर तैयार हो चुका है. क्यूल गया रेलखंड और क्यूल पटना में मेन लाइन रेलखंड पर रेलवे के अंडर पास फ्लाईओवर पर लोहे की गार्डर चढ़ा दिया गया है. इस परियोजना के तहत 44 आरओबी पाइल, अन्य 6 पुल पुलिया का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है.
बाईपास सड़क का कार्य जल्द होगा पूरा
नीतीश कुमार ने बाईपास सड़क को पूर्ण करने की अंतिम तिथि 21 मई 2015 निर्धारित की गई थी, जो आज तक अधर में लटका पड़ा है. हाल में ही मुख्यमंत्री लखीसराय में जल जीवन हरियाली यात्रा के दौरान पहुंचे थे और उन्होंने कहा था कि शीघ्र ही लखीसराय के बहुप्रतीक्षित बाईपास सड़क लोगों को सुपुर्द कर दिया जाएगा. परंतु लखीसराय बाईपास सड़क के टेक्निकल का कई काम पूरा नहीं हो सका है. जिसके कारण जनवरी के अंतिम सप्ताह में फरवरी के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाने की बात कही जा रही है.