लखीसरायः बिहार के विकास और सरकार के कार्यों पर जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि एएमएसपी 2006 में समाप्त कर दिया गया है. किसान की स्थिति दयनीय हो गयी है. 33 प्रतिशत लॉकिंग है. 70 प्रतिशत लोग बाढ़ से त्रस्त हैं. बिहार में अब तक बड़ी फैक्ट्री नहीं लगाई गयी है. अधिकतर गरीब मजदूर लोग बिहार से बाहर काम करने जाते हैं. आज किसानों की लड़ाई इस देश में बढ़ी है. चालीस प्रतिशत लोगों के पास डेढ़ मील जमीन नहीं है. बता दें कि पप्पू यादव लखीसराय में दो दिवसीय राज्यस्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में शिरकत करने पहुंचे थे.
काफी किसान खेती पर ही निर्भर
अधिकतर किसान को फसल पर ही निर्भर रहना पड़ता है. कृषि विकास के मुद्दे पर सरकार कभी नहीं बात करती है. दूध, अंडा और 14 प्रकार की मछली का उत्पादन होता है. उस पर भी कोई बात नहीं होती है. भारत में हर जगह सब्सिडी को समाप्त कर दिया गया है. किसान को फसल बेचने का राइट है. पर आज हर मजदूर को लागत का दाम नहीं मिल पाता है. किसान के प्रदर्शन पर भी पप्पू यादव ने सरकार को आड़े हाथ लिया. पप्पू यादव ने कहा कि पिछले 65 दिन से लगातार किसान कानून में बदलाव को लेकर मैदान में प्रदर्शन कर रहे हैं. यह सरकार फूट डालो और नफरत बांटो के तर्ज पर चलती है.
ये भी पढ़ें- गया: सरकारी स्कूल के बच्चे बनाएंगे रोबोट, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी दे रहा प्रशिक्षण
पर्यटन से भी दिया जा सकता है रोजगार
बिहार को विकसीत राज्य बनाने का प्रयास सरकार नहीं कर रही. हमलोग चाहेंगे कि पर्यटन से लोगों को रोजगार मिले. बड़े उद्योगपतियों को व्यापार में लाकर लोगों की जेब काटने का काम सरकार कर रही है. आज कोरोना जैसी महामारी के समय भी लोगों का ख्याल नहीं रखा गया. जबकि भारत के हर कोने में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोगों को छोटा-मोटा रोजगार दिया जा सकता था. पर ऐसा नहीं हुआ.