समस्तीपुर : बिहार राज्य प्रदूषण परिषद ने समस्तीपुर रेल डिवीजन पर दरभंगा स्टेशन के गंदे पानी को बिना ट्रीटमेंट किए पास के पोखरों में गिराने के मामले में करीब 1.75 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. यह मामला तालाब बचाओ अभियान संस्था की तरफ से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में की गई शिकायत के बाद सामने आया.
समस्तीपुर रेड डिवीजन पर 1.75 करोड़ का जुर्माना : संस्था ने आरोप लगाया कि दरभंगा जंक्शन का गंदा पानी बिना किसी ट्रीटमेंट के हराही और दिघ्घी पोखरों में गिराया जा रहा है, जिससे जलीय जीवों की जान को खतरा हो सकता है. इस पर समस्तीपुर रेल डिवीजन को जुर्माना लगाया गया है.
समस्तीपुर रेल डिवीजन का नहीं आया पक्ष : इस मामले में समस्तीपुर रेल डिवीजन का कोई आधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है. डिवीजन के डीआरएम विनय श्रीवास्तव की मीटिंग के कारण संपर्क नहीं हो पाया. हालांकि, सूत्रों से जानकारी मिली है कि डिवीजन इस मुद्दे पर जल्द ही अपना पक्ष रखेगा.
अब रीसाइक्लिंग प्लांट में जा रहा गंदा पानी : समस्तीपुर रेल डिवीजन के सूत्रों के अनुसार, दरभंगा स्टेशन से अब कोई गंदा पानी हराही या दिघ्घी तालाब में नहीं जा रहा. वर्तमान में यह पानी कटहलबाड़ी के रीसाइक्लिंग प्लांट में भेजा जा रहा है, और तालाब में पानी ले जाने वाले नाले को नगर निगम के नाले से जोड़ दिया गया है.
पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से पालन जरूरी : अब यह देखना होगा कि समस्तीपुर रेल डिवीजन राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद के सामने क्या पक्ष रखेगा. इस मामले में पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से सभी को गाइडलाइनों का पालन करना बेहद जरूरी है.
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