लखीसराय: बड़हिया रेलवे स्टेशन पर स्थानीय लोगों ने ट्रेनों के नियमित परिचालन शुरू नहीं होने के कारण आमरण अनशन शुरू कर दिया है. जिस पर रेलवे प्रशासन की अबतक नींद नहीं टूटी है. जिससे लोगों का आक्रोश चरम पर है.
कोरोना लॉकडाउन के चलते रेल यातायात पूरी तरह से बंद था. लॉकडाउन के हटने के बाद ट्रेनें खुली लेकिन महज कुछ चुनिंदा रेलवे स्टेशनों और चुनिंदा रूटों पर. ट्रेनों के नियमित तौर पर परिचालन शुरू नहीं किए जाने के कारण अब लोगों का गुस्सा बाहर आने लगा है. सस्ता माध्यम होने की वजह से लोग ट्रेन की सफर कर अपना काम पूरा कर जल्द घर लोट जाते थे. लेकिन जब नियमित तौर पर ट्रेनें नहीं चल रही तो बहड़िया के स्थानीय लोगों ने बीते 24 घंटों से आमरण अनशन शुरू कर दिया.
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ट्रेनों के नियमित परिचालन नहीं होने से हो रही मुश्किल
स्थानीय लोगों का कहना है कोरोना महामारी के चलते ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था. लेकिन विधिवत कुछ ठीक हो जाने के बाद ट्रेनों परिचालन शुरू हुआ. लेकिन बड़हिया रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का नियमित परिचालन अब तक शुरू नहीं हो सका है. उन्होंने बताया कि ट्रेन के परिचालन ठप पर जाने के कारण पटन आने-जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. पहले ट्रेन के जरिए महज 100 रुपये किराया देकर पटना पहुंच जाते थे. लेकिन उन्हें अब इसके लिए 5000 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.
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आमरण अनशन के बाद विक्रमशिला एक्सप्रेस का ठहराव
उन्होंने कहा कि जब आमरण अनशन की शुरुआत जब हुई तो रेल मंत्रालय द्वारा विक्रमशिला एक्सप्रेस का ठहराव बड़हिया में किया गया. लेकिन अब भी यात्रियों को परेशानी हो रही है. हालांकि रेलवे स्टेशन बुकिंग काउंटर पर पहुंचे मौजूद लोगों ने बताया कि 3 ट्रेन का ठहराव है. जिसमें साउथ बिहार एक्सप्रेस और रात्रि टाटा पटना का स्टॉपेज दिया गया है. इसके अलावा एक एएमयू चल रही है.