किशनगंज: विधानसभा चुनाव इसी साल होना है. ऐसे में आरजेडी नेताओं को उनके मुखिया लालू यादव की कमी बहुत खल रही है. अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने 'ईटीवी भारत' से बातचीत में यह बात कही है कि लालू यादव की कमी खल रही है और उनके नहीं रहने से पार्टी को नुकसान हो रहा है.
'सिर्फ काले कानून के खिलाफ है ये रैली'
विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि तेजस्वी यादव प्रतिरोध रैली की शुरुआत किशनगंज से इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि सीएए के खिलाफ आंदेलन वहां सबसे ज्यादा हुआ है, लेकिन अब हम ये आंदोलन पूरे बिहार में कर रहे हैं. यह रैली कोई चुनावी रैली नहीं है. यह रैली सिर्फ काले कानून के खिलाफ है.
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'जनता को महसूस हो रही कमी'
विधायक ने कहा कि इस रैली के माध्यम से लोगों को एनआरसी, सीएए और एनपीआर के प्रति जागरूक करना है और एनडीए की पोल खोलना है. अख्तरुल इस्लाम शाहनी ने लालू यादव के जेल में होने की बात पर कहा कि अगर आज लालू यादव बाहर होते तो इस कानून को लागू नहीं होने देते. उनकी कमी जनता को महसूस हो रही है और इसका नुकसान आरजेडी पार्टी को हो रहा है.
'आरजेडी किशनगंज से उतारेगी अपना उम्मीदवार'
आरजेडी नेता ने कहा कि लालू यादव के न रहने से हमारे नेता तेजस्वी यादव इस जिम्मेदारी को उठा रहे हैं और तब तक इसके खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे, जब तक काला कानून वापस नहीं लिया जाता. उन्होंने ये भी कहा कि ये रैली कोई चुनावी रैली नहीं है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में आरजेडी किशनगंज से अपना उम्मीदवार जरूर उतरेगी.