किशनगंज: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह राजद विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी ने जिले के सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसी को लाकर केंद्र सरकार ने देश के संविधान का निरादर किया है. उन्होंने कहा कि हमारा देश सेकुलर और लोकतांत्रिक है और यह एक्ट इसकी मूल भावनाओं के खिलाफ है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस काले कानून के खिलाफ 21 दिसंबर को राजद ने बिहार बंद का आह्वान किया है, जो की ऐतिहासिक होगा.
'सीसीए के खिलाफ पूरा देश एकजुट'
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि सीएए के खिलाफ पूरा देश एकजुट है और केंद्र की हिटलर सरकार जब तक इस बिल को वापस नहीं लेती है ,तब तक राजद का विरोध जारी रहेगा. राजद नेता ने कहा देश में महंगाई, बेरोजगारी बढ़ रही है और अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है, लेकिन केंद्र सरकार इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार एक वर्ग विशेष को टारगेट कर रही है.
'मछली-भात कार्यक्रम की सूचना नहीं'
बुधवार को पटना में महागठबंधन की ओर से आयोजित मछली-भात कार्यक्रम में राजद के शामिल नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ना तो उन्हें कोई सूचना थी और ना ही उन्हें निमंत्रण मिला था. सीएम नीतीश कुमार की ओर से बिहार में एनआरसी लागू नहीं होने के सवाल पर राजद नेता ने कहा कि अगर सीएम एनआरसी लागू नहीं करना चाहते हैं तो, अपने खुद के जुबान से इसकी घोषणा करें ना कि अपनी पार्टी के विधायक से बुलवाएं.