ETV Bharat / state

किशनगंज में लगा JNU के पूर्व छात्रों का जमावड़ा, DM और SP भी हुए शामिल - district administration

जेएनयू के 50 वर्ष पूरा होने के अवसर पर केक काटकर खुशी का इजहार किया. डीएम हिमांशु शर्मा, एसपी कुमार आशीष और एसडीएम शाहनवाज नीयाजी भी इसमें शामिल हुए.

जेएनयू एलुमनाई मीट
author img

By

Published : Jun 9, 2019, 8:00 AM IST

किशनगंज: जिले में जेएनयू के पूर्व छात्रों का जमावड़ा लगा. सीमांचल जेएनयू एलुमनाई मीट कार्यक्रम में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया जिले से जेएनयू के पूर्व और वर्तमान छात्र उपस्थित हुए.

जेएनयू के 50 वर्ष पूरा होने के अवसर पर छात्रों ने केक काटकर खुशी का इजहार किया. जेएनयू के पूर्व छात्र रहे किशनगंज जिला प्रशासन के तीन वरीय अधिकारी डीएम हिमांशु शर्मा, एसपी कुमार आशीष और एसडीएम शाहनवाज नीयाजी पहुंचे. इसके अलावे कई बड़े अधिकारी, एमएलए सहित जेएनयू के कई पूर्व प्रोडक्ट मौजूद थे.

kishanganj
एसपी कुमार आशीष

समय-समय पर हो आयोजन
इस दौरान सभी ने एक प्रस्ताव पारित किया गया कि जेएनयू के पूर्व छात्रों का एक संगठन होना चाहिए. देश और समाज के प्रति समर्पित होकर समाज हित और देश हित में अपना योगदान दिया जाए. समय अंतराल में इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन हो ताकि हर दौर के जेएनयू के छात्र मिल सके. सीनियर्स से गाइडेंस लेकर अपने भविष्य की नींव को मजबूत कर सके. जेएनयू से पढ़ाई करने वाले सीमांचल के छात्रों को संगठन से जोड़ें और संगठन को सशक्त करे.

kishanganj
जेएनयू एलुमनाई मीट

एसपी कुमार आशीष ने जेएनयू से बताया खुद का अस्तित्व
किशनगंज एसपी कुमार आशीष जेएनयू के 2001 के एंट्ररेंस परीक्षा में आल इंडिया टॉपर रहे हैं. उन्होनें जेएनयू में 12 साल गुजारे हैं. एसपी ने बताया कि जेएनयू के कारण ही आज यहां तक पहुंच सके हैं. वहां के संस्कार, विचार, भाषा के कारण आज जिला को अच्छी पुलिसिंग सेवा दे पा रहे हैं.

जेएनयू एलुमनाई मीट

पढ़े-लिखे और सभ्य लोगों की खामोशी खतरनाक
जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष और कटिहार जिले के कदवा विधानसभा से विधायक शकील अहमद खान ने अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि हम लोगों से देश और समाज को बहुत उम्मीद है. किसी बड़े विद्वान का कहना है समाज को अधिक नुकसान अनपढ़ों से नहीं बल्कि सबसे अधिक नुकसान पढ़े लिखे और सभ्य लोगों की खामोशी से हुआ है. क्योंकि हम सभी जेएनयू जैसे विश्वविद्यालय से पढ़े हैं, तो हमारी खामोशी से समाज को कोई नुकसान ना हो. इसलिए जरूरी है कि हम संगठित होकर एक बैनर तले समाज को एक नई दिशा देने में अपनी भूमिका निभाएं.

एलुमनाई एसोसिएशन युवाओं का करे मार्गदर्शन
सीमांचल में अलग-अलग पर्व त्योहार में और आम दिनों में शांति व्यवस्था और आपसी भाईचारा कैसे बनी रहे. इस तरफ सीमांचल जेएनयू एलुमनाई एसोसिएशन अपना योगदान दे. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अगर युवाओं को करियर काउंसिल की आवश्यकता हो तो युवाओं की इच्छा अनुसार विषय के बारे में मार्गदर्शन कर सके. बाढ़, सुखार, प्राकृतिक आपदाओं जैसी विषम परिस्थितियों में सीमांचल जेएनयू एलुमनाई के बैनर तले समाज की मदद भी कर सकते हैं. समय-समय पर संगठन के प्रभारियों से मीटिंग कर आगे की रणनीति बनाकर प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श होता रहे. इस दौरान जेएनयू के दर्जनों पूर्व छात्र व जिले के डीएम, एसपी व एसडीएम ने जेएनयू के बीते दिनों को याद किया. इस दौरान हंसी मजाक का दौर भी चलता रहा.

किशनगंज: जिले में जेएनयू के पूर्व छात्रों का जमावड़ा लगा. सीमांचल जेएनयू एलुमनाई मीट कार्यक्रम में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया जिले से जेएनयू के पूर्व और वर्तमान छात्र उपस्थित हुए.

जेएनयू के 50 वर्ष पूरा होने के अवसर पर छात्रों ने केक काटकर खुशी का इजहार किया. जेएनयू के पूर्व छात्र रहे किशनगंज जिला प्रशासन के तीन वरीय अधिकारी डीएम हिमांशु शर्मा, एसपी कुमार आशीष और एसडीएम शाहनवाज नीयाजी पहुंचे. इसके अलावे कई बड़े अधिकारी, एमएलए सहित जेएनयू के कई पूर्व प्रोडक्ट मौजूद थे.

kishanganj
एसपी कुमार आशीष

समय-समय पर हो आयोजन
इस दौरान सभी ने एक प्रस्ताव पारित किया गया कि जेएनयू के पूर्व छात्रों का एक संगठन होना चाहिए. देश और समाज के प्रति समर्पित होकर समाज हित और देश हित में अपना योगदान दिया जाए. समय अंतराल में इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन हो ताकि हर दौर के जेएनयू के छात्र मिल सके. सीनियर्स से गाइडेंस लेकर अपने भविष्य की नींव को मजबूत कर सके. जेएनयू से पढ़ाई करने वाले सीमांचल के छात्रों को संगठन से जोड़ें और संगठन को सशक्त करे.

kishanganj
जेएनयू एलुमनाई मीट

एसपी कुमार आशीष ने जेएनयू से बताया खुद का अस्तित्व
किशनगंज एसपी कुमार आशीष जेएनयू के 2001 के एंट्ररेंस परीक्षा में आल इंडिया टॉपर रहे हैं. उन्होनें जेएनयू में 12 साल गुजारे हैं. एसपी ने बताया कि जेएनयू के कारण ही आज यहां तक पहुंच सके हैं. वहां के संस्कार, विचार, भाषा के कारण आज जिला को अच्छी पुलिसिंग सेवा दे पा रहे हैं.

जेएनयू एलुमनाई मीट

पढ़े-लिखे और सभ्य लोगों की खामोशी खतरनाक
जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष और कटिहार जिले के कदवा विधानसभा से विधायक शकील अहमद खान ने अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि हम लोगों से देश और समाज को बहुत उम्मीद है. किसी बड़े विद्वान का कहना है समाज को अधिक नुकसान अनपढ़ों से नहीं बल्कि सबसे अधिक नुकसान पढ़े लिखे और सभ्य लोगों की खामोशी से हुआ है. क्योंकि हम सभी जेएनयू जैसे विश्वविद्यालय से पढ़े हैं, तो हमारी खामोशी से समाज को कोई नुकसान ना हो. इसलिए जरूरी है कि हम संगठित होकर एक बैनर तले समाज को एक नई दिशा देने में अपनी भूमिका निभाएं.

एलुमनाई एसोसिएशन युवाओं का करे मार्गदर्शन
सीमांचल में अलग-अलग पर्व त्योहार में और आम दिनों में शांति व्यवस्था और आपसी भाईचारा कैसे बनी रहे. इस तरफ सीमांचल जेएनयू एलुमनाई एसोसिएशन अपना योगदान दे. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अगर युवाओं को करियर काउंसिल की आवश्यकता हो तो युवाओं की इच्छा अनुसार विषय के बारे में मार्गदर्शन कर सके. बाढ़, सुखार, प्राकृतिक आपदाओं जैसी विषम परिस्थितियों में सीमांचल जेएनयू एलुमनाई के बैनर तले समाज की मदद भी कर सकते हैं. समय-समय पर संगठन के प्रभारियों से मीटिंग कर आगे की रणनीति बनाकर प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श होता रहे. इस दौरान जेएनयू के दर्जनों पूर्व छात्र व जिले के डीएम, एसपी व एसडीएम ने जेएनयू के बीते दिनों को याद किया. इस दौरान हंसी मजाक का दौर भी चलता रहा.

Intro:किशनगंज मे लगा सीमांचल के जेएनयू के पूर्व छात्रों का जमावड़ा, किया सीमांचल जेएनयू एलुमनाई मीट। इस कार्यक्रम में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया जिले से जेएनयू के पूर्व एवं वर्तमान छात्र उपस्थित होकर जेएनयू के 50 वर्ष पूरा होने के अवसर पर केक काटकर खुशी का इजहार किया। इस कार्यक्रम के दौरान जेएनयू के पूर्व छात्र रहे किशनगंज जिला प्रशासन के तीन वरीय अधिकारी डीएम हिमांशु शर्मा, एसपी कुमार आशीष और एसडीएम शाहनवाज नीयाजी सहित कई बड़े अधिकारी ऑफिसर एमएलए सहित जेएनयू के कई पूर्व प्रोडक्ट मौजूद थे। इस दौरान सभी ने एक प्रस्ताव पारित कर जेएनयू के पूर्व छात्र का एक संगठन होना चाहिए जो किसी भेदभाव के देश और समाज के प्रति समर्पित हो कर समाज हित और देश हित में अपना योगदान दे सकें साथी इस संगठन का विस्तार करें। एक समय अंतराल में इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन होता रहे। ताकि हर दौर के जेएनयू के सीनियर और जूनियर के बीच जान पहचान हो एक दूसरे से मिले और अपने सीनियर्स से गाइडेंस लेकर अपने भविष्य की निप को मजबूत कर सके। जेएनयू से पढ़ाई करने वाले सीमांचल के छात्रों को संगठन से जोड़ें और संगठन को सशक्त करे।


Body:किशनगंज एसपी कुमार आशीष जेएनयू के 2001के एंट्रारेस परीक्षा मे आँल इंडिया टॉपर रहा है और जेएनयू मे 12 साल गुजारा है।एसपी ने बताया की जेएनयू का ही देन है की आज जो कुछ भी है वहां के संस्कार, विचार, भाषा के कारन है।आज वहां संस्कार के कारन जिला को अच्छा पुलिसिंग सेवा दे पारहे है।जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष और कटिहार जिले के कदवा विधानसभा के विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि हम लोगों से देश और समाज को बहुत उम्मीद है। और किसी बड़े विद्वान का कहना है की समाज को अधिक नुकसान अनपढ़ों से नहीं बल्कि सबसे अधिक नुकसान पढ़े लिखे और सभ्य लोगों की खामोशी से हुआ है। क्योंकि हम सभी जेएनयू जैसे विश्वविद्यालय से पढ़े हैं तो हमारी खामोशी से समाज को कोई नुकसान ना हो इसलिए जरूरी है कि हम संगठित होकर एक बैनर तले समाज को एक नई दिशा देने में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा सीमांचल में अलग-अलग पर्व त्योहार में और आम दिनों में शांति व्यवस्था और आपसी भाईचारा कैसे बनी रहे इस दिशा में भी सीमांचल जेएनयू एलुमनाई एसोसिएशन अपना योगदान देना सुनिश्चित कर सके।


Conclusion:प्रजातांत्रिक व्यवस्था में पक्ष विपक्ष में झमेले में कहीं ना कहीं अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को सरकारी लाभ से वंचित होते हुए देखा है ।इसलिए जरूरी है कि हम अपने जेएनयू के अधिकारियों के सहयोग से ऐसे लोगों की अधिकारों को दिलवाने का सहयोग कर सकें। शिक्षा के क्षेत्र में अगर युवाओं को केरियर काउंसिल की आवश्यकता हो तो हम युवाओं की इच्छा अनुसार विषय के बारे में मार्गदर्शन कर सके। बाढ़,सुखार, प्रकृतिक आपदाओं जैसे विषम परिस्थितियों में सीमांचल जेएनयू एलुमनाई के बैनर तले समाज की मदद कर सके। समय-समय पर संगठन के प्रभारियों से मीटिंग कर आगे की रणनीति बने और अपनी प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श होता रहे। वहीं इस दौरान जेएनयू के दर्जनों पूर्व छात्र व जिले के डीएम, एसपी व एसडीएम ने जेएनयू के बीते दिनों के बातों को लेकर खाफी हसीं मजाक का दौर भी चलता रहा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.