किशनगंज: यहां से विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस का प्रत्याशी सायरा बानो को बनाया गया है. बता दें कि सायरा बानो बिहार के एक मात्र कांग्रेस सांसद डॉ. जावेद आजाद की मां हैं. 73 वर्षीया सायरा बानो पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. इनके पति भी बिहार सरकार के कई बार मंत्री रह चुके हैं. वो किशनगंज और ठाकुरगंज से कई बार विधायक भी रह चुके हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में सायरा बानो ने कहा कि वह पहली बार चुनाव लड़ रही हैं. क्षेत्र की जनता के हित के लिये हमेशा खड़ी रहेंगी. उन्होंने कहा कि मेरी राजनीति में आने का सिर्फ एक ही मकसद है जनता की सेवा करना. इसलिए मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं.
'जनता के हित में करूंगी काम'
कांग्रेस सांसद की मां ने बताया कि उनके सवर्गीय पति हुसैन आजाद 80 के दशक में बिहार कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में गिने जाते थे. वे बिहार सरकार के मंत्री, विधायक और बिहार के वरीय कांग्रेस नेता रह चुके हैं. पति के इंतकाल के बाद उन्होंने अपने बेटे को राजनीति में लाने का फैसला किया. सायरा बानो ने कहा, अब वक्त आ गया है कि मैं भी जनता के लिये कुछ करूं. इसलिए इसबार चुनाव लड़ रही हूं. अगर जनता ने चाहा तो आगे भी निस्वार्थ सेवा करूंगी.
कांग्रेस सांसद डॉ. जावेद आजाद की मां हैं सायरा बानो
बता दें कि सायरा बानो के बेटे डॉ. जावेद आजाद किशनगंज और ठाकुरगंज से कई बार विधायक रह चुके हैं. वो 2015 में भी किशनगंज विधानसभा सीट से विधायक चुने गये थे. इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें किशनगंज से सांसद बनाया गया जिसके बाद किशनगंज विधानसभा सीट रिक्त था. अब किशनगंज में विधानसभा का उपचुनाव हो रहा है.
किशनगंज से सायरा बानो कांग्रेस की उम्मीदवार
उपचुनाव में कांग्रेस ने सांसद की मां सायरा बानो को किशनगंज से अपना प्रत्याशी बनाया है. इस सीट को लेकर कंग्रेस के 12 से ज्यादा प्रत्याशियों ने अपना दावा पेश किया था लेकिन नामांकन से एक दिन पहले कांग्रेस के आलाकमान ने किशनगंज उपचुनाव में सायरा बानो को प्रत्याशी घोषित किया.