किशनगंज: सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में जच्चा और बच्चा राम भरोसे रहते हैं. रात्रि सेवा में महिला चिकित्सक ड्यूटी पर तैनात नहीं रहती हैं. संपर्क करने पर उनका मोबाइल फोन कवरेज एरिया से बाहर बताता है. वहीं, रात में अस्पताल आयी प्रसवपीड़ा से कराहती महिला की जिदंगी नर्सो के हवाले रहती है.
ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक रहती हैं नदारद
नर्स अपनी जानकारी के भरोसे ही महिलाओं को रात में प्रसव करवाती है. इसका नतीजा यह रहता है कि कई बार जच्चा या बच्चा को अपनी जान चली जाती है. बतातें चलें कि सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड मे दो नर्स ड्यूटी पर तैनात थी. जबकि ड्यूटी पर तैनात महिला चिकित्सक डॉ अनिता कुमारी नदारद थी. उनके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो वह कवरेज एरिया से बाहर बताया.
वहीं, इस दौरान एक महिला का प्रसव नर्सो द्वारा कराया गया. जच्चा तो सलामत रही लेकिन नर्सो ने नवजात को नहीं बचा पायी. इसी बीच एक और महिला प्रसव पीड़ा से कराहाते हुये पहुंची. नर्स के ओटी में होने के कारण महिला दर्द से घंटों तक बाहर ही कराहती रही. जब नर्स ने महिला को देखा और महिला चिकित्सक को फोन किया तो संपर्क नहीं होने पर महिला को भर्ती कर लिया गया. इसी बीच करीब तीन मरीज और आयी लेकिन महिला चिकित्सक नहीं पहुंची.
वार्डपार्षद ने दिया कार्रवाई करवाने का आश्वासन
सदर अस्पताल में घंटों पहले भर्ती होने वाबजूद इलाज नहीं होने पर मरीज के परिजनों ने चुड़ीपट्टी के वार्डपार्षद प्रतिनिधि अब्दुल बारिक चांद को अस्पताल बुलाया. उन्होंने मरीज की स्थिति गंभीर देखकर डाक्टर से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन संपर्क नहीं होने पर उन्होंने कहा कि यह मामला जिलाधिकारी के पास रखूंगा और दोषी के खिलाफ कर्रवाई की जायेगी.