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पुलिसवाला हुआ ठगी का शिकार, FIR लिखाने के लिए काट रहा है थाने का चक्कर

ठगी का शिकार हुए हवलदार राधेश्याम राम ने कहा कि ठगो ने मेरे खाते से 60 हजार रुपये उड़ा लिए. थाने में मेरी शिकायत नहीं सुनी गई थक हार कर अब में एसपी साहब के पास आया हूं.

हवलदार राधेश्याम राम
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Published : Jul 30, 2019, 8:21 AM IST

Updated : Jul 30, 2019, 10:38 AM IST

किशनगंजः फर्जी कॉल से ठगी का मामला बहुत आम है लेकिन इस बार इसका शिकार एक पुलिस वाले हुए हैं. एक तरफ ठगों ने इनके खाते से 60 हजार रुपये उड़ा लिए तो दूसरी तरफ अब इन्हें एफआइआर लिखाने के लिए थानो का चक्कर काटना पड़ रहा है.

थाने में नहीं हुई सुनवाई
मामला जिला के दंगा नियंत्रण विभाग में तैनात हवलदार राधेश्याम राम का है. जिनके मोबाइल पर 24 जुलाई की शाम एक ठग फोन कर उनके बैंक खाते का डिटेल पूछने लगा. फोन कटते ही खाते से 20-20 हजार रुपये कर 60 हजार रुपये उड़ जाने का मैसेज आया. मैसेज देखकर राधेश्याम समझ गए कि वो ठगी का शिकार हुए हैं. उसके बाद शिकायत करने वो बैंक गये, थाना गये लेकिन उनकी कहीं नहीं सुनी गई.

किशनगंज में पुलिस के साथ ठगी

अब एसपी से गुहार
हद तो तब हो गई जब एफआइआर लिखने के बदले थाने में राधेश्याम राम को टाला जाने लगा. सुबह-शाम थाने के चक्कर से आजिज होकर एसपी से गुहार लगाने पहुंचे राधेश्याम राम ने कहा कि ठगो ने मेरे खाते से 60 हजार रुपये उड़ा लिए. थाने में मेरी शिकायत नहीं सुनी गई थक हार कर अब में एसपी साहब के पास आया हूं.

किशनगंजः फर्जी कॉल से ठगी का मामला बहुत आम है लेकिन इस बार इसका शिकार एक पुलिस वाले हुए हैं. एक तरफ ठगों ने इनके खाते से 60 हजार रुपये उड़ा लिए तो दूसरी तरफ अब इन्हें एफआइआर लिखाने के लिए थानो का चक्कर काटना पड़ रहा है.

थाने में नहीं हुई सुनवाई
मामला जिला के दंगा नियंत्रण विभाग में तैनात हवलदार राधेश्याम राम का है. जिनके मोबाइल पर 24 जुलाई की शाम एक ठग फोन कर उनके बैंक खाते का डिटेल पूछने लगा. फोन कटते ही खाते से 20-20 हजार रुपये कर 60 हजार रुपये उड़ जाने का मैसेज आया. मैसेज देखकर राधेश्याम समझ गए कि वो ठगी का शिकार हुए हैं. उसके बाद शिकायत करने वो बैंक गये, थाना गये लेकिन उनकी कहीं नहीं सुनी गई.

किशनगंज में पुलिस के साथ ठगी

अब एसपी से गुहार
हद तो तब हो गई जब एफआइआर लिखने के बदले थाने में राधेश्याम राम को टाला जाने लगा. सुबह-शाम थाने के चक्कर से आजिज होकर एसपी से गुहार लगाने पहुंचे राधेश्याम राम ने कहा कि ठगो ने मेरे खाते से 60 हजार रुपये उड़ा लिए. थाने में मेरी शिकायत नहीं सुनी गई थक हार कर अब में एसपी साहब के पास आया हूं.

Intro:फर्जी कॉल से हो जाये सावधान, आपके मोबाइल नंबर पे आ सकता है कभी भी ठग गिरोह का कॉल इस गिरोह के सदस्य इतना शातिर कि आम लोगों के साथ-साथ अब पुलिस कर्मियों को भी नहीं बख्श रहे हैं।ताजा मामला किशनगंज पुलिस विभाग के जिला दंगा नियंत्रण में तैनात एक हवलदार को ठग गिरोह ने अपना शिकार बनाया और उनके खून पसीने के कमाई का 60 हजार रुपया उड़ा लिया।ठगी का शिकार होने के बाद जब पुलिस कर्मी न्याय के लिए सदर थाना पहुंचे तो यंहा भी उन्हें निराशा ही मिला।कई दिनों तक थाना का चक्कर लगाने के बाद जब उनका एफआईआर नहीं लिया गया तो आखिर में न्याय का गुहार लेकर सोमवार को एसपी कार्यालय पहुंचे और एसपी को आवेदन देकर न्याय का गुहार लेकर इस संबंध में उचित कारवाई के लिए संबंधित को आदेश देने की गुहार लगाई।

बाइटः राधेश्याम राम,ठगी का पीड़ित हवलदार


Body:हवलदार राधेश्याम राम ने बताया 24 जुलाई को शाम 6:25 मिनट में उनके मोबाइल पर इस नंबर +911412822495 से फोन आया और पुछा आपके खाते से पप्पू नाम के ब्यक्ति को 20 हजार रुपया स्थानांतरन किया गया है। तो हवलदार ने बताया किसी को हमने स्थांतरण नहीं किया।फोन कटते ही उनके मोबाइल पर 20,20,20 हजार निकासी का तीन मैसेज आया। उसके जब उक्त नंबर मे फोन लगाया गया तो उस नंबर मे फोन नहीं लगा। बैक से पता करने पर पता चला कि 20 हजार रुपए किसी रानी कुमारी खाता नंबर 020422893507 एवं पप्पू कुमार खाता नंबर 020457921670 पर ट्रांसफर हुआ है।जबकि 20 हजार ऑन लाइन पेमेंट हुआ है।किस खाते में गया है ये पता नहीं चल पा रहा है। सभी पेमेंट हवलदार राधेश्याम राम के एसबीआई खाता संख्या 11424882977 से हुआ है।वहीं ठगी का शिकार होने का बाद हवलदार को अपने ही विभाग में एफआईआर दर्ज करवाने के लिये सुबह शाम चक्कर लगाना पड़ रहा है।25 जुलाई से थाने का चक्कर लगाते लगाते थक जाने के बाद मजबूरन सोमवार 29 जुलाई को एसपी कुमार आशीष के पास आवेदन लेकर न्याय का गुहार लगाने पहुंचे।


Conclusion:वहीं पुलिसिंग का दावा करने वाले किशनगंज पुलिस जब उनके ही विभाग के एक पुलिस कर्मी का एफआईआर लेने में सुबह-शाम कई दिनों तक घुमायें तो आम जनमानस का क्या होता होगा आपही सोचीये।साथ ही किशनगंज पुलिस साइबर क्राइम को रोकने के लिए साइबर सेनानी नाम के कई व्हाट्सएप ग्रुप बनाये है जैसे साइबर सेनानी किशनगंज, साइबर सेनानी केएनई पीएस व साइवर सेनानी किशनगंज अनुमंडल जैसे ग्रुपों को पुलिस अधिकारियों द्वारा संचालित कर रहे है और लोगों को साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने का दाबा कर रहे हैं। लेकिन खूद के ही पुलिस कर्मी जब साइबर ठगी का शिकार हुआ तो उन्हें मदद करने बजाय थाने मे सुबह शाम घुमाया जा रहा है। आखिर हवालदार को भी जब थाना में न्याय नहीं मिलता देख आमलोगों के जैसा उन्हें भी एसपी के पास न्याय का गुहार लगाना पड़ा।पुलिसिंग का दावा करने वाले किशनगंज पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा होना लाजमी है।
Last Updated : Jul 30, 2019, 10:38 AM IST
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