ETV Bharat / state

नदी के गंदे पानी में चैती छठ मना रहे लोग, प्रशासन सब जानते हुए रहा मौन - बिहार का पर्व

किशनगंज जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों के इस आस्था के पर्व पर ग्रहण लग गया है. यहां लोग नदी के गंदे पानी पर ही चैती छठ मनाने को मजबूर हैं.

बिहार में चैती छठ
author img

By

Published : Apr 11, 2019, 7:02 PM IST

किशनगंज: जिले में आस्था के महापर्व चैती छठ के मौके पर भी जिला प्रशासन ने छठ घाटों में सफाई का काम नहीं करवाया है. ऐसे मे छठ व्रती नदी में मौजूद गंदे पानी में पूजा करने को मजबूर हैं. नाली के पानी पर छठ मनाने को मजबूर हैं.

बिहार में लोक आस्था का पर्व चैती छठ लोग बड़ी श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. लेकिन किशनगंज जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों के इस आस्था के पर्व पर ग्रहण लग गया है.

नदी का गंदा पानी और पूजा करते लोग

यहां नजर आता है नाली का पानी
जिले से गुजरने वाली रमजान नदी प्रशासनिक लापरवाही के चलते अपना अस्तित्व खो चुकी है. वहीं, इस नदी में अब सिर्फ और सिर्फ नाले का पानी नजर आता है. विडंबना देखिए इस महत्वपूर्ण पर्व को मनाने के लिए श्रद्धालुओं को इसी नाली के पानी का ही आश्रा लेना पड़ रहा है.

जहरीले पानी पर पर्व
नगरपरिषद ने नदी में किसी तरह की कोई भी साफ सफाई नहीं की है. वहीं, इस जहरीला हो चुका नदी के पानी में लोग मजबूरन पूजा कर रहे हैं. सवाल यहां यही उठता है कि लोगों को अगर इस पानी से इंफेक्शन होता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा.

किशनगंज: जिले में आस्था के महापर्व चैती छठ के मौके पर भी जिला प्रशासन ने छठ घाटों में सफाई का काम नहीं करवाया है. ऐसे मे छठ व्रती नदी में मौजूद गंदे पानी में पूजा करने को मजबूर हैं. नाली के पानी पर छठ मनाने को मजबूर हैं.

बिहार में लोक आस्था का पर्व चैती छठ लोग बड़ी श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. लेकिन किशनगंज जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों के इस आस्था के पर्व पर ग्रहण लग गया है.

नदी का गंदा पानी और पूजा करते लोग

यहां नजर आता है नाली का पानी
जिले से गुजरने वाली रमजान नदी प्रशासनिक लापरवाही के चलते अपना अस्तित्व खो चुकी है. वहीं, इस नदी में अब सिर्फ और सिर्फ नाले का पानी नजर आता है. विडंबना देखिए इस महत्वपूर्ण पर्व को मनाने के लिए श्रद्धालुओं को इसी नाली के पानी का ही आश्रा लेना पड़ रहा है.

जहरीले पानी पर पर्व
नगरपरिषद ने नदी में किसी तरह की कोई भी साफ सफाई नहीं की है. वहीं, इस जहरीला हो चुका नदी के पानी में लोग मजबूरन पूजा कर रहे हैं. सवाल यहां यही उठता है कि लोगों को अगर इस पानी से इंफेक्शन होता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा.

Intro:किशनगंज मे आस्था के महापर्व चैती छठ के मौके पर भी जिला प्रशासन ने नहीं करवाया छठ घाटों का सफाई।ऐसे मे छठ व्रति गंदे नदी मे मौजूद नाली के पानी पर छठ मनाने को मजबूर।


Body:बिहार का लोकआस्था का पर्व चैती छठ जो लोग बड़े श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ किशनगंज मे मनाते है, लेकिन किशनगंज जिला प्रशासन के लापरवाही के कारन लोगों के इस आस्था के पर्व पर ग्रहण लग गया।
ज्ञात हो की रमजान नदी के बारे लोग जानते है की प्रशासन के लापरवाही के कारन ये नदी अपना अस्तित्व खो चूंकि है। सिधे शव्द मे कहें तो नदी मे सिर्फ नाले के पानी ही नजर आता है।


Conclusion:विडंबना देखिए इस महान पर्व को मनाने के लिए श्रद्धालुओं को इस नाली के पानी का ही आश्रा है। नगरपरिषद ने इन श्रद्धालुओ के लिए किसी तरह का नदी मे साफसफाई का इंतज़ाम नही किया। वहीं इस गंदे नदी के जहरीले पानी पर उतरने से ही कई तरह के इंफेक्शन होने संभावना रहते। लेकिन करें तो क्या आस्था का जो सवाल है।मजबूरन छठ व्रती गंदे जहरीले पानी को ही आस्था मानकर छठ मना रहे है। वहीं किशनगंज जिला प्रशासन व जिले के जनप्रतिनिधि चुनाव मे व्यस्त है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.