किशनगंज: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(एआईएमआईएम) ने इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया है. पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव कराने को लेकर विरोध जता रही है. एआईएमआईएम बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि इन हालातों में चुनाव कराना कहीं से भी मुनासिब नहीं है.
नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए अख्तरुल ईमान ने कहा कि बिहार सरकार इंसानी लाशों पर अपनी सियासत करना चाहती है. वे लोग कोरोना के इस हालत में भी चुनाव करना चाहते हैं. उन्होंने एनडीए सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना को लेकर पुलिस के डंडे से लोगों को दूर रखेंगे और बूथ पर कब्जा करवा कर एनडीए यह चुनाव जीतने की फिराक में है.
इन हालातों में कैसे हो सकता है चुनाव?
एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा कि लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार चुनाव होता है. पार्टी को नीतियों का स्पष्ट करने का और उम्मीदवारों को लोगों के पास जाकर अपने बारे में बताने का जब तक मौका नहीं मिलता तब तक चुनाव कैसे हो सकता है. अगर चुनाव आयोग इसकी घोषणा करता है तो हम इसका विरोध दर्ज कराएंगे.
कोरोना के बिगड़ते हालातों पर सरकार को घेरा
वहीं, अख्तरुल इमान ने सरकार को कोरोना के बिगड़ते हालत को लेकर भी घेरा. उन्होंने कहा कि जनवरी से पूरे देश में मामला चल रहा था, इनको तैयारी करने का मौका मिला. लेकिन बिहार सरकार ने नहीं किया. सभी 38 जिलों में हेल्थ डिपार्टमेंट की हालत अच्छी नहीं है और लोग मर रहे हैं. आने वाले 2-3 महीनों मे कोरोना संक्रमण के जो हालात होंगे, उसे देखते हुए ही चुनाव आयोग को बिहार विधानसभा चुनाव पर कोई फैसला लेना चाहिए.