किशनगंजः बिहार के किशनगंज में स्मैक तस्कर गिरफ्तार (Smack smuggler arrested in Kishanganj) हुआ है. इसी के साथ पुलिस ने नशेड़ियों की बड़ी चेन को भी पकड़ने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. टाउन थाना की पुलिस ने एसपी डॉ. इनामुल हक मेगनू के निर्देश पर सोमवार की रात से मंगलवार की शाम तक विशेष छापेमारी अभियान चलाया. अभियान में पुलिस ने शहर के अलग अलग स्थानों से 21 युवकों को गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई बस स्टैंड, रूईधासा मैदान और धरमगंज सहित कई स्थानों पर की गई.
ये भी पढ़ें: Crime In Kishanganj: डेढ़ करोड़ के ब्राउन शुगर के साथ महिला तस्कर गिरफ्तार
किशनगंज में स्मैक तस्कर समेत 21 लोग गिरफ्तार: टाउन थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह ने सूचना के आधार पर धरमगंज मोहल्ले से एक स्मैक तस्कर को दबोचा और पैदल ही थाने ले आये और पूछताछ शुरू की. इसी दौरान गिरफ्तार तस्कर के मोबाइल मे लगातार नशेड़ियों का फोन आने लगा. वहीं पुलिस ने बड़ी चालाकी से तस्कर से स्पीकर ऑन करवाकर फोन रिसीव कराया और कहा कि स्मैक लेने के लिए सभी को बुलाए. जिसके बाद सबसे पहले तीन नशेड़ी डेमारकेट ओवरब्रिज पुल के नीचे स्मैक लेने पहुंचे थे, जिन्हें पुलिस ने दबोच लिया. इसके बाद फोन कर रहे नशेड़ीयो को अलग-अलग जगहों पर स्मैक लेने के लिए बुलाया गया और एक-एक कर 21 नशेड़ियों को पुलिस ने दबोच लिया.
30 पुड़िया स्मैक भी बरामद: पुलिस ने इन लोगों के पास से 30 पुड़िया स्मैक भी बरामद किया है. वहीं नशेड़ियों की गिरफ्तारी होते ही थाने में सफेदपोशों का आना शुरू हो गया लेकिन थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह ने किसी की नहीं सुनी और सभी को हाजत मे बंद कर दिया. जिनकी गिरफ्तारी हुई है, उनमें धरमगंज का मो शाकिर, मो गुलजार, डुमरिया भट्टा का शंभु कुमार, कासीपुर का अनिकुल, ठाकुरबाड़ी का दुर्गा, लोहारपट्टी का फजरू रहमान, धरमगंज का अंसारूल और पानीबाग का शाहिल आलम शामिल है. इसके अलावे चिंटु कुमार, राहुल, विक्की प्रमाणिक, करण, सुबोध और सरफराज सहित कई युवकों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार युवकों से पूछताछ की जा रही है.
स्मैक गिरोह का पता लगाने में जुटी पुलिस: एसपी डॉ. इनामुल हक मेगनू ने बताया कि इन युवकों की काउंसिलिंग भी करवायी जाएगी. इनमें ज्यादातर युवकों को स्मैक की लत लगी हुई है. उन्होंने कहा कि पुलिस अब स्मैक बेचने वाले मुख्य गिरोह का पता लगा रही है. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आखिर इन्हें किसके पास से स्मैक मिलता है. जांच में यह भी मामला प्रकाश में आया है कि स्मैक की डिलेवरी ज्यादातर बंगाल के दालकोला से की जाती है. वहीं से स्मैक की खेप किशनगंज पहुंचती है. कम उम्र के युवाओं को स्मैक की लत लगायी जाती है. इसका एक गिरोह शहर में सक्रिय है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP