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कैसे देंगे भगवान भास्कर को अर्घ्य? खगड़िया में कई छठ घाटों पर अभी भी जलजमाव की स्थिति - अघोरी स्थान घाट

खगड़िया में छठ घाटों पर जलजमाव (Water logging on Chhath Ghats in Khagarian) को लेकर प्रशासन और आम लोगों में असमंजस की स्थिति बरकरार है. वहीं सामाजिक कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि जिस रफ्तार से अब जल स्तर नीचे जा रहा है, ऐसे में लोग इन छठ घाटों पर सूर्य उपासना कर पाएंगे. आगे पढ़ें पूरी खबर...

खगड़िया के घाटों पर जल जमाव
खगड़िया के घाटों पर जल जमाव
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Published : Oct 27, 2022, 1:49 PM IST

खगड़िया: बिहार के खगड़िया में लोक आस्था के महापर्व छठ (Mahaparv Chhath in Khagaria) को लेकर श्रद्धालुओं और जिला प्रशासन में असमंजस की स्थिति है. दरअसल नदी के बढ़े जलस्तर के कारण कई छठ घाट अभी भी डूबे हुए हैं. ऐसे में छठ कहां पर हो, इसको लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है. छठ घाटों की वर्तमान स्थिति से इलाके के लोग चिंतित हैं.

पढ़ें-Chhath Puja 2022: छठ में चढ़ने वाले इन प्रसादों का है खास महत्व, छठी मईया होती हैं प्रसन्न


कई घाटों पर जलजमाव की स्थिति: दरअसल 2 सप्ताह पूर्व गंगा और गंडक नदी के बढ़े हुए जलस्तर के कारण कई छठ घाट अभी भी पानी में डूबे हुए हैं, पथ पर अभी भी जलजमाव है. ऐसे में श्रद्धालु वहां नहीं पहुंच पाएंगे. खगड़िया नगर परिषद क्षेत्र की बात करें तो शहर के अघोरी स्थान घाट को छोड़कर अन्य प्रमुख छठ घाटों के पथ पर अभी भी जलजमाव की स्थिति है. ऐसे में जिला प्रशासन और आम लोग उन घाटों पर पथ को दुरुस्त करने और साफ-सफाई को लेकर लगातार प्रयास कर रहे हैं.


अघोरी स्थान घाट का जायजा: इस मौके पर शहर के सबसे ज्यादा भीड़ वाले अघोरी स्थान घाट का जायजा लिया गया. वहां गंडक नदी के बढ़े हुए जल स्तर के कारण एक सीढ़ी को छोड़कर अन्य सभी सीढ़ी अभी भी डूबी हुई नजर आई. स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि जिस रफ्तार से अब जल स्तर नीचे जा रहा है ऐसे में लोग इन छठ घाटों पर सूर्य उपासना कर पाएंगे. बहरहाल जो भी हो जिला प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ता लगातार यह प्रयास कर रहे हैं कि शहरी इलाके के लोगों के लिए ज्यादा से ज्यादा छठ घाटों पर सुरक्षा और साफ सफाई के इंतजाम किए जाएं ताकि लोग निर्भीक होकर सूर्य देव को जल अर्पित करने घाटों पर पहुंच सकें.

पढ़ें- Chhath Puja 2022: जानिए क्यों मनाया जाता है छठ महापर्व, क्या है इसका पौराणिक महत्व

खगड़िया: बिहार के खगड़िया में लोक आस्था के महापर्व छठ (Mahaparv Chhath in Khagaria) को लेकर श्रद्धालुओं और जिला प्रशासन में असमंजस की स्थिति है. दरअसल नदी के बढ़े जलस्तर के कारण कई छठ घाट अभी भी डूबे हुए हैं. ऐसे में छठ कहां पर हो, इसको लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है. छठ घाटों की वर्तमान स्थिति से इलाके के लोग चिंतित हैं.

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कई घाटों पर जलजमाव की स्थिति: दरअसल 2 सप्ताह पूर्व गंगा और गंडक नदी के बढ़े हुए जलस्तर के कारण कई छठ घाट अभी भी पानी में डूबे हुए हैं, पथ पर अभी भी जलजमाव है. ऐसे में श्रद्धालु वहां नहीं पहुंच पाएंगे. खगड़िया नगर परिषद क्षेत्र की बात करें तो शहर के अघोरी स्थान घाट को छोड़कर अन्य प्रमुख छठ घाटों के पथ पर अभी भी जलजमाव की स्थिति है. ऐसे में जिला प्रशासन और आम लोग उन घाटों पर पथ को दुरुस्त करने और साफ-सफाई को लेकर लगातार प्रयास कर रहे हैं.


अघोरी स्थान घाट का जायजा: इस मौके पर शहर के सबसे ज्यादा भीड़ वाले अघोरी स्थान घाट का जायजा लिया गया. वहां गंडक नदी के बढ़े हुए जल स्तर के कारण एक सीढ़ी को छोड़कर अन्य सभी सीढ़ी अभी भी डूबी हुई नजर आई. स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि जिस रफ्तार से अब जल स्तर नीचे जा रहा है ऐसे में लोग इन छठ घाटों पर सूर्य उपासना कर पाएंगे. बहरहाल जो भी हो जिला प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ता लगातार यह प्रयास कर रहे हैं कि शहरी इलाके के लोगों के लिए ज्यादा से ज्यादा छठ घाटों पर सुरक्षा और साफ सफाई के इंतजाम किए जाएं ताकि लोग निर्भीक होकर सूर्य देव को जल अर्पित करने घाटों पर पहुंच सकें.

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