खगड़िया: बिहार के खगड़िया में जिला परिषद अध्यक्ष कृष्णा यादव को पद से हटा दिया गया है. खगड़िया कोर्ट से कुछ महीने पहले सजा सुनाए जाने के बाद अब राज्य निर्वाचन आयोग ने ये बड़ी कार्रवाई की है. जिला परिषद सीट को भी रिक्त घोषित कर दिया गया है.
क्या है मामला?: दरअसल अक्टूबर 2023 में कृष्णा यादव को एक केस में तीन की सजा मिली है. जिस वजह से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है. उन पर मुंगेर के कारोबारी आलोक तालुकदार ने साल 2005 में रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी. खगड़िया कोर्ट ने इस मामले में रणवीर यादव और कृष्णा यादव को तीन-तीन साल की सजा के साथ उन पर 10-10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
कृष्णा यादव अयोग्य घोषित: कृष्णा यादव खगड़िया के पूर्व विधायक और बाहुबली रणवीर यादव की दूसरी पत्नी हैं. कृष्णा के ऊपर राज्य निर्वाचन आयोग की इस कार्रवाई से खगड़िया की राजनीति में उथल-पुथल मचना तय है, क्योंकि कृष्णा इस बार लोकसभा चुनाव के लिए ताबड़तोड़ क्षेत्र भ्रमण कर रहीं थीं. वह 2024 चुनाव में आरजेडी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं. हालांकि तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वह दूसरे स्थान पर रहीं थीं.
अब चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य: राज्य निर्वाचन आयोग ने कृष्णा यादव पर कार्रवाई कर दी है. ऐसे में ये माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी दावेदारी स्वतः खत्म हो गई है. वैसे कृष्णा यादव के पति रणवीर यादव की जिले की राजनीति में मजबूत पकड़ मानी जाती है. कृष्णा की बहन पूनम यादव भी जेडीयू के टिकट पर विधायक रह चुकी हैं.
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