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खगड़िया : 76 लाख की लागत से बना प्रेस क्लब आज तक नहीं हुआ शुरू

खगड़िया प्रेस क्लब आज तक शुरू नहीं हो पाया है.

खगड़िया प्रेस क्लब में लगा ताला
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Published : Jun 14, 2019, 3:31 PM IST

खगड़िया: जिले का प्रेस क्लब प्रसाशन की उदासीनता को झेल रहा है. 76 लाख की लागत से बना प्रेस क्लब पत्रकारों के किसी काम का नहीं है. सूचना जनसम्पर्क विभाग ने इसे बनवा दिया था लेकिन आज तक इसे शुरू नहीं किया जा सका. आलम यह है कि लाखों के इस भवन में आज भी ताला लटक रहा है.

जानकार बताते हैं कि खगड़िया प्रेस क्लब भवन में वो सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो एक उच्च स्तरीय सरकारी भवन में होती हैं. वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर सिन्हा का कहना है कि जिला जनसंपर्क अधिकारी स्थाई रूप से नहीं रहते. ज्यादातार अधिकारी प्रभार संभालते हैं जो अपने विभाग का काम छोड़कर यहां नहीं आ पाते. यही वजह है कि प्रेस क्लब अभी शुरू नहीं हो सका है.

खगड़िया प्रेस क्लब में लगा ताला

विवादों में रहा प्रेस क्लब

वहीं, दूसरी तरफ कहा जाता है कि प्रेस क्लब खगड़िया बनने के साथ ही विवादों में रहा है. कहा जाता है कि पत्रकारों में जो संगठन है. वो सहमति नहीं बनने देता कि जिले के पत्रकरों का अध्यक्ष कौन होगा. जिसकी वजह से आपसी विवाद ही इसकी मुख्य वजह मानी जाती है.

डीएम ने दिया आश्वासन

वहीं इस मामले में जिलाधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि सब ठीक है. ऐसा कोई विवाद नहीं है. बहुत जल्द उसमें सब पत्रकार और जिला प्रशासन का उठना-बैठना होगा. उन्होंने कहा कि जितनी योजनायें जिले की चल रही हैं. उससे सारे पत्रकारों को प्रेस क्लब में अवगत कराएंगे. जिलाधिकारी ने पत्रकारों के आपसी विवाद को भी नकारा.

खगड़िया: जिले का प्रेस क्लब प्रसाशन की उदासीनता को झेल रहा है. 76 लाख की लागत से बना प्रेस क्लब पत्रकारों के किसी काम का नहीं है. सूचना जनसम्पर्क विभाग ने इसे बनवा दिया था लेकिन आज तक इसे शुरू नहीं किया जा सका. आलम यह है कि लाखों के इस भवन में आज भी ताला लटक रहा है.

जानकार बताते हैं कि खगड़िया प्रेस क्लब भवन में वो सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो एक उच्च स्तरीय सरकारी भवन में होती हैं. वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर सिन्हा का कहना है कि जिला जनसंपर्क अधिकारी स्थाई रूप से नहीं रहते. ज्यादातार अधिकारी प्रभार संभालते हैं जो अपने विभाग का काम छोड़कर यहां नहीं आ पाते. यही वजह है कि प्रेस क्लब अभी शुरू नहीं हो सका है.

खगड़िया प्रेस क्लब में लगा ताला

विवादों में रहा प्रेस क्लब

वहीं, दूसरी तरफ कहा जाता है कि प्रेस क्लब खगड़िया बनने के साथ ही विवादों में रहा है. कहा जाता है कि पत्रकारों में जो संगठन है. वो सहमति नहीं बनने देता कि जिले के पत्रकरों का अध्यक्ष कौन होगा. जिसकी वजह से आपसी विवाद ही इसकी मुख्य वजह मानी जाती है.

डीएम ने दिया आश्वासन

वहीं इस मामले में जिलाधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि सब ठीक है. ऐसा कोई विवाद नहीं है. बहुत जल्द उसमें सब पत्रकार और जिला प्रशासन का उठना-बैठना होगा. उन्होंने कहा कि जितनी योजनायें जिले की चल रही हैं. उससे सारे पत्रकारों को प्रेस क्लब में अवगत कराएंगे. जिलाधिकारी ने पत्रकारों के आपसी विवाद को भी नकारा.

Intro:खगड़िया जिला प्रसाशन की उदासीनता को झेल रहा है खगड़िया प्रेस क्लब। 76 लाख की लागत से बना प्रेस क्लब जिला पत्रकारों के किसी काम का नही है


Body:खगड़िया जिला प्रसाशन की उदासीनता को झेल रहा है खगड़िया प्रेस क्लब। 76 लाख की लागत से बना प्रेस क्लब जिला पत्रकारों के किसी काम का नही है दरसल प्रेस क्लब सूचना जनसम्पर्क विभाग के पैसे से बन तो गया लेकिन जनसंपर्क कार्यालय के उदासीनता के वजह से ही खुल नही रहा है।जानकार बताते है कि खगड़िया प्रेस क्लब भवन में वो सारी सुविधा उपलब्ध है जो एक उच्च स्तरीय सरकारी भवन में होती है

मुख्य वजह ना खुलने की
जिला जनसंपर्क अधिकारी का नही होना और होने के वाद बावजूद भी इस मामले में रुचि ना लेना एक मुख्य वजह माना जा रहा है। बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के सदस्य व वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर सिन्हा का कहना है कि जिला जनसंपर्क अधिकारी अस्थाई रूप से रहते नही है प्रेस क्लब बनने के बाद ज्यादातर समय सिर्फ प्रभार में ही जनसंपर्क अधिकारी रहते है जो कि कार्यालय आते नही है क्यों कि ये विभाग उनका अतरिक्त प्रभार होता है जब कार्यालय आएंगे ही नही तो ये समस्या खत्म कैसे होगी वही दूसरी तरफ कहा जाता है कि प्रेस क्लब खगड़िया बनने के साथ ही विवादों में रहा है । कहा जाता है कि पत्रकारों में जो संगठन है वो सहमति नही बनने देता की जिला पत्रकरों का अध्यक्ष कौन होगा जिसके वजह से आपसी विवाद ही इसका मुख्य वजह माना जाता है नही खुलने का ।
वही इस मामले में जिलाधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि सब ठीक है ऐसा कोई बाद विवाद नही है बहुत जल्द उसमे सब पत्रकार और जिला प्रसाशन का उठना बैठना होगा और जितनी योजनायें जिला की चल रही है उससे सारे पत्रकारों को प्रेस क्लब में अवगत कराएंगे। जिलाधिकारी ने पत्रकारों की आपसी विवाद को भी नकारा कहा कि ये गलत बात है ऐसा कोई मामला हमारे समक्ष अभी तक नही आया है।
अब देखना बहुत दिलचस्प होगा कि जिला अधिकारी सिर्फ सान्तवना दे रहे है या हकीकत में उसमे पत्रकार बैठ सकेंगे



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