खगड़िया: जिले का प्रेस क्लब प्रसाशन की उदासीनता को झेल रहा है. 76 लाख की लागत से बना प्रेस क्लब पत्रकारों के किसी काम का नहीं है. सूचना जनसम्पर्क विभाग ने इसे बनवा दिया था लेकिन आज तक इसे शुरू नहीं किया जा सका. आलम यह है कि लाखों के इस भवन में आज भी ताला लटक रहा है.
जानकार बताते हैं कि खगड़िया प्रेस क्लब भवन में वो सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो एक उच्च स्तरीय सरकारी भवन में होती हैं. वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर सिन्हा का कहना है कि जिला जनसंपर्क अधिकारी स्थाई रूप से नहीं रहते. ज्यादातार अधिकारी प्रभार संभालते हैं जो अपने विभाग का काम छोड़कर यहां नहीं आ पाते. यही वजह है कि प्रेस क्लब अभी शुरू नहीं हो सका है.
विवादों में रहा प्रेस क्लब
वहीं, दूसरी तरफ कहा जाता है कि प्रेस क्लब खगड़िया बनने के साथ ही विवादों में रहा है. कहा जाता है कि पत्रकारों में जो संगठन है. वो सहमति नहीं बनने देता कि जिले के पत्रकरों का अध्यक्ष कौन होगा. जिसकी वजह से आपसी विवाद ही इसकी मुख्य वजह मानी जाती है.
डीएम ने दिया आश्वासन
वहीं इस मामले में जिलाधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि सब ठीक है. ऐसा कोई विवाद नहीं है. बहुत जल्द उसमें सब पत्रकार और जिला प्रशासन का उठना-बैठना होगा. उन्होंने कहा कि जितनी योजनायें जिले की चल रही हैं. उससे सारे पत्रकारों को प्रेस क्लब में अवगत कराएंगे. जिलाधिकारी ने पत्रकारों के आपसी विवाद को भी नकारा.