खगड़िया: आगमी विधानसभा चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है. वैसे-वैसे विधानसभा क्षेत्र में जनता को उनके नेता के द्वारा किया गया वादा याद आ रहा है. खगड़िया में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. अलौली विधानसभा में जनता अपने वर्तमान विधायक से खासा नाराज है. अलौली के हरिपुर पंचायत के लोग अपने विद्यायक पर आरोप लगा रहे हैं कि पिछले पांच सालों में विधायक अपने क्षेत्र में कभी नजर नहीं आए.
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले 40 सालों से अलौली विधानसभा के साथ सिर्फ छल किया जा रहा है. 1985 से लेकर 2020 तक अलौली के विधायक पशुपति पारस पासवान रहे, जो कि रामविलास पासवान के भाई है. इतने लंबे समय तक विधायक रहने के बावजूद अलौली का कोई विकास नही हुआ.
रामचन्द्र सदा के कार्यकाल में हुआ विकास
2010 में जेडीयू से रामचन्द्र सदा ने उनकी 30 साल के विधायकी को उखाड़ फेंका और 5 साल तक अपना कार्यकाल पूरा किया. इनके बारे में लोगों ने बताया कि अब तक के अलौली के विधानसभा इतिहास में रामचन्द्र सदा के कार्यकाल में जितना विकास हुआ. वो 50 सालों में कभी नहीं हुआ. लेकिन 2015 के जेडीयू और आरजेडी के गठबंधन के वजह अलौली विधानसभा की सीट आरजेडी के खाते में चली गई और रामचन्द सदा को ऊपर के राजनीतिक चाल के वजह से बैठना पड़ा.
विधायक चंदन राम पर विकास नहीं करने का आरोप
वर्तमान अलौली के विधायक आरजेडी से चंदन राम है. इन पर अलौली की जनता आरोप लगाते हुए नहीं थक रही है. लोगों ने कहा कि अलौली में पांच साल में एक काम नहीं हुआ है और इसका प्रमाण ये है कि पूरे 5 साल में विधायक चंदन राम एक भी योजना का शिलान्यास नहीं किए और ना ही उद्घाटन. पूरे 5 सालों में चंदन राम के द्वारा एक मंच बनवाया गया. वहीं, पूर्व विधायक रामचन्द्र सदा ने कहा '2010 से 2015 के बीच जब हम यंहा के विधायक थे. तब यंहा पर बिजली, पानी, सड़क और कई पुलों का निर्माण कराया था.