खगड़ियाः कोरोना महामारी से बचाव के लिए डॉक्टर्स और सुरक्षाकर्मी लगातार ड्यूटी पर तैनात हैं. वहीं, जिले के चौथम प्रखंड के मानपुर ठूठी गांव में स्थित स्वास्थ्य केंद्र में न तो डॉक्टर और न स्वास्थ्यकर्मी ही हैं. इलाज के लिए यहां के लोगों को काफी दूर जाना पड़ता है. जिससे कई बार अप्रिय घटनाएं घटित हो जाती हैं.
नहीं मिल पाया कोई लाभ
ठूठी गांव का ये स्वास्थ्य केंद्र 3 साल पहले यहां के ग्रामीणों के लिए बनाया गया था, लेकिन स्थानीय लोगों को आज तक इससे कोई लाभ नहीं मिल पाया है. ग्रामीणों का कहना है कि ये केंद्र आज तक खुला ही नहीं है और न ही कोई डॉक्टर या एएनएम यहां आए हैं.
निरीक्षण करने भी नहीं आते अधिकारी
ग्रामीणों ने बताया कि ये स्वास्थ्य केंद्र एक निजी भवन में चलता है. ठूठी गांव दुर्गम क्षेत्र में पड़ता है इसलिए स्वास्थ्य प्रशासन से जुड़े अधिकारी भी कभी यहां निरीक्षण करने नहीं आते हैं. उन्होंने बताया कि इस आधुनिक दुनिया में भी हमलोग खाट के सहारे ही मरीज को इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाते हैं.
विकास से कोसों दूर है गांव
गांव के आसपास कोई अस्पताल नहीं होने की वजह से लगातार अनहोनी भी होती रहती है. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें अनदेखा किया जाता रहा है. उनका कहना है कि गांव दियारा इलाके में पड़ता है और आज भी विकास से कोसों दूर है.
मामले की जांच
वहीं, जिलाधिकारी आलोक रजंन घोष ने बताया कि ये जांच का विषय है, अगर वहां की एनएम ड्यूटी पर नहीं जाती है, तो उन पर जरूर कार्रवाई होगी. जिलाधिकारी ने कहा कि इस समय हर कोई अलर्ट मोड में है, अगर कोई गलती करता है तो उस पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी.