खगड़िया : जिले में लोगों के बीच केंद्र सरकार की जन-धन योजना को लेकर काफी उत्साह है. यहां लोगों की बड़ी आबादी ऐसी थी. जिनके पास कोई बैंक अकाउंट नहीं था. लेकिन, इस योजना की वजह से कई परिवारों के अब बैंक में अपना खाता है.
खगड़िया से ग्राउंड रिपोर्ट
यह योजना खगड़िया में कितनी कारगर और सफल साबित हुई, इसकी सफलता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि वैसा वर्ग भी इससे अच्छी तरह वाकिफ है और इससे लाभ उठा रहा है जो अभी भी विकास के दूसरे मायनों से लाखों कदम पीछे छूटा है.
प्रधानमंत्री जन धन योजना की रिपोर्ट कार्ड
जिले में खगड़िया ब्लॉक के रसोक गांव में मलिक समाज रहता है. इस तबके के लोगों ने भी माना कि जन धन योजना के तहत बैंक खाते खोले गए और विभिन्न सरकारी योजनाओं की राशि उस खाते के जरिए उन तक अब पहुंच रही है जो पहले संभव नहीं हो सका था. महिलाओं को भी अब राशि निकालने में काफी सहूलियत हो गई है. अब गांव में रहकर ही वो पैसे निकाल सकती है. योजना के वजह से सभी लोग बैंक से जुड़ गए है.
क्या कहते हैं अधिकारी
पूरे मामले में अधिकारी भी ये मानते है कि जन धन योजना का लाभ काफी लोगों को मिल रहा है. जीरो बैलेंस पर अकाउंट खोलने की सुविधा और मिनिमम डॉक्यूमेंट रिक्वायरमेंट होने के कारण गरीब और पिछड़े तबके के लोगों को बैंक खाता खोलने में काफी सुविधा मिल रही है साथ ही लोगों में इस योजना के लिए दिलचस्पी भी दिख रही है. इससे सूदूर इलाकों के लोग भी बैंकिंग से जुड़ रहे हैं, और बचत भी हो रही है.
क्या है प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY)
प्रधानमंत्री जन धन योजना जिसे संक्षेप में पीएमजेडीवाई भी कहते है, दरअसल देश में वित्तीय समावेशन का एक राष्ट्रीय मिशन है. इस योजना का उद्देश्य देश भर में सभी परिवारों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराना और हर परिवार का बैंक खाता खोलना है.इस योजना की घोषणा पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2014 को की थी और 28 अगस्त 2014 को इसकी शुरुआत की गई. उद्घाटन के दिन सभी बैंकों में एक साथ लगभग 60,000 शिविर लगाए गए. इस वजह से योजना के पहले दिन ही 1.5 करोड़ बैंक खाते खोले गए. प्रधानमंत्री ने इस उपल्ब्धि को भारत के लिए "वित्तीय स्वतंत्रता दिवस" बताया था. इस योजना को दो चरणों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया.
योजना के दो चरण
पहला चरण 15 अगस्त 2014 से 14 अगस्त 2015 तक और दूसरा चरण 15 अगस्त 2015 से 15 अगस्त 2018 तक तय किया गया. इन दो चरणों में सभी निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने का टारगेट रखा गया.
पहले चरण (15 अगस्त 2014 से 14 अगस्त 2015) में ये लक्ष्य तय किए गए
- बैंकिंग सुविधाओं तक सबकी पहुंच सुनिश्चित करना
- जिन खातों से आधार कार्ड लिंक हुए उन्हें 6 महीने बाद 5 हजार की ओवरड्राफ्ट सुविधा दी गई.
- इसके अलावा रुपे डेबिट कार्ड और रुपे किसान कार्ड में 1 लाख रुपये के दुर्घटना बीमा कवर की सुरक्षा मुहैया कराई गई.
- 15 अगस्त 2014 से 26 जनवरी 2015 के अंतराल में खाता खुलवाने पर 30 हजार रुपए का अतिरिक्त बीमा कवर भी दिया गया.
- वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम को भी बढ़ावा दिया गया.
दूसरे चरण (15 अगस्त 2015 से 15 अगस्त 2018 तक) ये लक्ष्य तय किए गए
⦁ ड्राफ्ट खातों में चूक कवर करने के लिए क्रेडिट गारंटी फंड की स्थापना करना
⦁ सूक्ष्म बीमा उपलब्ध कराना
⦁ स्वावलम्बन जैसे असंगठित क्षेत्र को बीमा योजना से कवर करना
⦁ इस चरण में पर्वतीय, जनजातीय और दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों को भी शामिल किया गया.
⦁ साथ ही परिवार के शेष व्यस्क सदस्यों और विद्यार्थियों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया.
योजना के क्या है लाभ
⦁ जनधन खाते में गैस सब्सिडी का पैसा आता है
⦁ बच्चों की छात्रवृति और पोशाक राशि आती है
⦁ इंदिरा आवास का पैसा आता है
⦁ वृद्धा पेंशन के पैसे भी इसके जरिए मिलते है
⦁ अपना निजी लेन देन भी कर सकते है
⦁ 50 हजार से ज्यादा राशी नही रख सकते