खगड़िया: तालिबान में कितने बिहार के निवासी फंसे हैं इसके बारे में सीएम नीतीश कुमार को जानकारी नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि कितने बिहार के लोग तालिबान के कब्जे वाले अफगानिस्तान में फंसे हैं.
दरअसल, तालिबान एक बार फिर अफगानिस्तान (Afghanistan) की सत्ता में लौट आया है. ऐसे में दूसरे देशों के रहने वाले वतनवापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. भारत सरकार लगातार भारतीयों को वापस लाने के लिए सेना के हवाई जहाज का इस्तेमाल कर रही है. अब तक अफगानिस्तान में फंसे सैकड़ों भारतियों को वतन लाया जा चुका है. अफगानिस्तान संकट पर बिहार के उद्योग मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन (Syed Shahnawaz Hussain) भी चिंता जाहिर कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में फंसे हर भारतीय को सुरक्षित रखना भारत सरकार की जिम्मेदारी है. लेकिन जब यही सवाल सीएम नीतीश (CM Nitish) से पूछा गया तो उन्होंने इसपर जानकारी नहीं होने का हवाला दिया.
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खगड़िया में जब एक पत्रकार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अफगानिस्तान संकट पर पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें सीधे तौर पर कहा दिया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि कितने बिहार के लोग अफगानिस्तान में फंसे हैं. सीएम नीतीश का सीधा बयान सुनकर उन लोगों को जरूर हैरानी होगी जिनके परिजन अफगानिस्तान में फंसे होंगे.
'हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि कितने बिहार के लोग वहां (अफगानिस्तान) फंसे हैं'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
दरअसल, सीएम नीतीश खगड़िया में बाढ़ का जायजा लेने के लिए पहुंचे हुए थे. वहां सामुदायिक किचन की व्यवस्था और अन्य दूसरे इंतजामों का सीएम जायजा ले रहे थे. लेकिन इसी बीच उनके सामने अफगानिस्तान संकट से जूझ रहे बिहार के लोगों का सवाल पूछ लिया गया. सीएम नीतीश ने जिस तरह से अनभिज्ञता जताई उससे वो परिवार निश्चित ही मायूस होगा जिसकी फैमिली का सदस्य इस वक्त अफगानिस्तान में फंसा होगा.
गौरतलब है कि तालिबान राज की शुरुआत होते ही कई जगह हिंसक घटनाएं सामने आई हैं. लोग देश छोड़कर दूसरी जगह जा रहे हैं. लगातार सोशल मीडिया के जरिए फंसे लोग वीडियो बनाकर भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. संकट की इस घड़ी में सभी को हौसला बढ़ाना चाहिए. ताकि पीड़ित परिवार को सरकार के उठाए जा रहे कदम से राहत मिल सके.
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