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बिहार के लाल कैप्टन आनंद की शहादत को सलाम कर रहे बोकारो के टीचर - Khagariya news

जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए कैप्टन आनंद कुमार की शहादत (Captain Anand Kumar Martyred In Jammu And Kashmir) पर बोकारो चिन्मया विद्यालय को शोक के साथ-साथ गर्व भी है. विद्यालय परिवार को इस बात का गर्व है कि उनके छात्र ने देश के लिए खुद को समर्पित कर दिया.

शहीद कैप्टन आनंद कुमार
शहीद कैप्टन आनंद कुमार
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Published : Jul 19, 2022, 5:40 PM IST

बोकारो/खगड़िया : जम्मू-कश्मीर के पुंछ में ग्रेनेड विस्फोट (Grenade Blast In Poonch) में शहीद हुए कैप्टन आनंद कुमार की शहादत पर बोकारो चिन्मया विद्यालय (Bokaro Chinmaya Vidyalaya) परिवार गर्व कर रहा है. हालांकि, अपने विद्यालय के छात्र के शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद स्कूल परिवार में शोक की लहर है. मंगलवार को स्कूल खुलते ही सभी छात्रों ने शहीद कैप्टन को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की.

इसे भी पढ़ें: कैप्टन आनंद की शहादत पर फफक पड़े पिता- 'देश के लिए मर मिटा, हमें छोड़ गया'

एनडीए एग्जाम पास करने के बाद हुए थे चयनित: शहीद आनंद कुमार ने साल 2012 में 95 फीसदी अंक के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास कर चिन्मया स्कूल बोकारो में दाखिला लिया था. आनंद कुमार यहां गणित विषय की पढ़ाई करते हुए 12वीं में 86 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण हुए थे. उसके बाद उन्होंने एनडीए एग्जाम दिया. जिसमें उनका चयन हुआ और वे देश सेवा के लिए चले गए. वहां तीन साल की ट्रेनिंग के बाद आनंद एलओसी में मेंढर सेक्टर में बतौर कैप्टन पदास्थापित थे.

आईआईटी करना चाहते थे आनंद: आनंद कुमार के क्लास टीचर रहे एम कुमार ने बताया कि आनंद कुमार की पढ़ाई बहुत अच्छी थी. वे सामान्य बच्चों की तरह यहां पढ़ाई करते थे. उनका स्वभाव इतना बेहतर था कि सभी से उनका जुड़ाव हो जाता था. एम कुमार ने बताया कि आनंद आईआईटी करना चाहते थे लेकिन, तैयारी उस तरह की नहीं हो पाने के कारण उसने एनडीए का एग्जाम दिया और एनडीए में उनका सिलेक्शन हो गया. उन्होंने कहा कि उसके चले जाने से आज काफी दुख हो रहा है. वहीं स्कूल के सेक्रेटरी महेश त्रिपाठी ने कहा कि- 'आज हमें आनंद के चले जाने से दुख तो जरूर हो रहा है लेकिन, हमें उस पर गर्व भी है. क्योंकि वे देश की सेवा करते हुए शहीद हुए हैं. स्कूल परिवार उसके असमय चले जाने से काफी मर्माहत है. शहीद आनंद कुमार के परिवार के लिए संवेदना व्यक्त करते हैं.'

बिहार के खगड़िया के रहने वाले थे कैप्टन: कैप्टन आनंद कुमार (Army Officer From Bihar Martyred) जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एलओसी के पास दुर्घटनावश एक ग्रेनेड में विस्फोट होने से 17 जुलाई 2022 की रात को शहीद हो गए. उनके साथ एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) नायब उर्फ भगवान सिंह भी शहीद हो गए. खगड़िया के परबता प्रखंड के नयागांव शिरोमणि टोला के रहने वाले कैप्टन आनंद शहीद (Anand Kumar Martyred In Jammu Kashmir) थे. कैप्टन के शहीद होने की खबर जैसे ही गांव में पहुंची. इलाके में सन्नाटा पसर गया. गांव के लोगों को शहीद होने की खबर पर विश्वास ही नहीं हो रहा है. कैप्टन आनंद के परिवार में कोहराम मचा हुआ है. शहीद के मां और पिता अब गांव पहुंचे हैं, गांव का माहौल गमगीन है और हर कोई आनंद को याद कर रहा है.

बोकारो/खगड़िया : जम्मू-कश्मीर के पुंछ में ग्रेनेड विस्फोट (Grenade Blast In Poonch) में शहीद हुए कैप्टन आनंद कुमार की शहादत पर बोकारो चिन्मया विद्यालय (Bokaro Chinmaya Vidyalaya) परिवार गर्व कर रहा है. हालांकि, अपने विद्यालय के छात्र के शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद स्कूल परिवार में शोक की लहर है. मंगलवार को स्कूल खुलते ही सभी छात्रों ने शहीद कैप्टन को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की.

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एनडीए एग्जाम पास करने के बाद हुए थे चयनित: शहीद आनंद कुमार ने साल 2012 में 95 फीसदी अंक के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास कर चिन्मया स्कूल बोकारो में दाखिला लिया था. आनंद कुमार यहां गणित विषय की पढ़ाई करते हुए 12वीं में 86 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण हुए थे. उसके बाद उन्होंने एनडीए एग्जाम दिया. जिसमें उनका चयन हुआ और वे देश सेवा के लिए चले गए. वहां तीन साल की ट्रेनिंग के बाद आनंद एलओसी में मेंढर सेक्टर में बतौर कैप्टन पदास्थापित थे.

आईआईटी करना चाहते थे आनंद: आनंद कुमार के क्लास टीचर रहे एम कुमार ने बताया कि आनंद कुमार की पढ़ाई बहुत अच्छी थी. वे सामान्य बच्चों की तरह यहां पढ़ाई करते थे. उनका स्वभाव इतना बेहतर था कि सभी से उनका जुड़ाव हो जाता था. एम कुमार ने बताया कि आनंद आईआईटी करना चाहते थे लेकिन, तैयारी उस तरह की नहीं हो पाने के कारण उसने एनडीए का एग्जाम दिया और एनडीए में उनका सिलेक्शन हो गया. उन्होंने कहा कि उसके चले जाने से आज काफी दुख हो रहा है. वहीं स्कूल के सेक्रेटरी महेश त्रिपाठी ने कहा कि- 'आज हमें आनंद के चले जाने से दुख तो जरूर हो रहा है लेकिन, हमें उस पर गर्व भी है. क्योंकि वे देश की सेवा करते हुए शहीद हुए हैं. स्कूल परिवार उसके असमय चले जाने से काफी मर्माहत है. शहीद आनंद कुमार के परिवार के लिए संवेदना व्यक्त करते हैं.'

बिहार के खगड़िया के रहने वाले थे कैप्टन: कैप्टन आनंद कुमार (Army Officer From Bihar Martyred) जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एलओसी के पास दुर्घटनावश एक ग्रेनेड में विस्फोट होने से 17 जुलाई 2022 की रात को शहीद हो गए. उनके साथ एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) नायब उर्फ भगवान सिंह भी शहीद हो गए. खगड़िया के परबता प्रखंड के नयागांव शिरोमणि टोला के रहने वाले कैप्टन आनंद शहीद (Anand Kumar Martyred In Jammu Kashmir) थे. कैप्टन के शहीद होने की खबर जैसे ही गांव में पहुंची. इलाके में सन्नाटा पसर गया. गांव के लोगों को शहीद होने की खबर पर विश्वास ही नहीं हो रहा है. कैप्टन आनंद के परिवार में कोहराम मचा हुआ है. शहीद के मां और पिता अब गांव पहुंचे हैं, गांव का माहौल गमगीन है और हर कोई आनंद को याद कर रहा है.

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