कटिहार: जिले के शहीद चौक पर युवा राजद के कार्यकर्ताओं की ओर से प्राइवेट स्कूलों की मनमानी का विरोध-प्रदर्शन किया गया. इनका आरोप है कि निजी स्कूल में प्रत्येक वर्ष बच्चों से री-एडमिशन, कॉपी किताब, ड्रेस और स्कूल के विकास के नाम पर हजारों रुपए लिए जाते हैं, जिसका असर छात्र-छात्राओं के अभिभावक पर पड़ता है. गरीब परिवार इस कारण अपने बच्चों को निजी स्कूल में नहीं पढ़ा पाते हैं. जिससे उनका भविष्य अधर में लटक जाता है.
'स्कूल के मालिक बने भू- माफिया'
युवा राजद के प्रदेश सचिव आशु पांडे ने बताया कटिहार में निजी स्कूलों के मालिक मनमानी कर शिक्षा माफिया बन गए हैं. उन्होंने कहा कि ये शिक्षा माफिया आज भू- माफिया भी बन गए हैं और करोड़ों की जमीन स्कूल मालिकों के नाम पर है. पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के सरकार ने प्राइवेट स्कूल की मनमानी पर नकेल कस दिया है. वहां री-एडमिशन के नाम पर स्कूल पैसा नहीं ले सकते हैं.
'सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय'
आंसू ने कि बताया जिले के सभी सरकारी स्कूलों की स्थिति दयनीय है. स्कूलों का ना तो अपना भवन है और ना ही शौचालय है. उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण जिले में दर्जन से भी अधिक स्कूल कट गए. लेकिन शिक्षा मंत्री का ध्यान इस ओर नहीं है और उनकी नैतिकता पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है.