कटिहारः अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे जिले के सात हजार नियोजित शिक्षक अपने आंदोलन को और धारदार बनाने की कोशिश कर रहे हैं. जिला मुख्यालय में आज शिक्षकों का विरोध मार्च निकाला जा रहा है. इसके लिए नौ हजार तख्तियां तैयार की गई हैं. शिक्षक हाथों में तख्तियां लिए सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
![Katihar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-ktr-raj-04-teachar-strike-plan-avb-bh-10009_04032020230102_0403f_1583343062_464.jpg)
'कान में तेल डाल कर सोई है सरकार'
पूरे बिहार में गुरूवार को शिक्षकों की महारैली का निकाली जा रही है. इसे लेकर कटिहार में भी विरोध मार्च निकला जा रहा है. इस मौके पर बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के सदस्य कमरुद्दीन ने बताया कि शिक्षक बीते सत्रह फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं और सरकार कान में तेल डाल कर सोई है. हमारी मांग समान काम , समान वेतन और शिक्षकों को राज्यकर्मियों का दर्जा सरकार को देना चाहिये.
'आर पार की लड़ाई लड़ेंगे शिक्षक'
वहीं, शिक्षिका रेशम देवी ने बताया कि यह विरोध मार्च शहर के राजेंद्र स्टेडियम से निकलकर कलक्टरएट तक पहुंचेगा. उन्होंने बताया कि सरकार भले ही दमन की इंतहा कर दे. लेकिन इस बार शिक्षक आर पार की लड़ाई लड़ेंगे.
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जिले में चरमरायी शिक्षा व्यवस्था
कटिहार के नौ हजार नियोजित शिक्षकों के हड़ताल की वजह से शिक्षा व्यवस्था चरमरायी हुई है और शिक्षक बिना मांग पूरी हुए हड़ताल खत्म करने को तैयार नहीं हैं. अब देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस हड़ताली शिक्षकों के प्रति क्या रवैया अख्तियार करती हैं.