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कटिहार: घूसखोर इंजीनियर को विजिलेंस की टीम ने किया गिरफ्तार

पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को रंगे हाथों निगरानी टीम ने पकड़ा. जिसके बाद महत्वपूर्ण फाइलों के जांच करने के बाद अभियंता को विजिलेंस टीम अपने साथ ले गयी. इसके बाद से ही पथ निर्माण कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है.

katihar
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Published : Nov 19, 2019, 7:39 AM IST

Updated : Nov 19, 2019, 9:42 AM IST

कटिहार: जिले के पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को रंगे हाथों निगरानी टीम ने पकड़ा. जिसके बाद महत्वपूर्ण फाइलों के जांच करने के बाद अभियंता को विजिलेंस टीम अपने साथ ले गयी. इसके बाद से ही पथ निर्माण कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है.

पथ निर्माण विभाग में पसरा सन्नाटा

कार्यपालक अभियंता घूस लेते हुए पकड़ा गया
दरअसल, जिले में पथ निर्माण विभाग में कार्यरत कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को निगरानी टीम ने सोमवार को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया. बताया जाता है कि सभी बिल जमा होने के बावजूद अरविंद कुमार ने टॉपलाइन इंफ्रा लिमिटेड से बिल क्लियरेन्स के नाम पर पांच करोड़ रुपये से भी अधिक रुपये ऐंठ लिये थे. इसके अलावा
क्लियरेन्स के नाम पर 83 लाख रुपये बतौर कमीशन में से 16 लाख रुपये लेते सोमवार को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया.

यह भी पढ़े-कार्यपालक अभियंता घूसकांड: निगरानी विभाग का दावा- पेंडिंग मिले हैं 5 करोड़ के बिल के पेपर

पथ निर्माण कार्यालय में पसरा सन्नाटा
जानकारी के अनुसार विजिलेंस टीम को घूसकांड से जुड़े कई अहम कड़ी हाथ लगे हैं. जांच टीम ने टॉपलाइन इंफ्रा लिमिटेड से जुड़े पांच करोड़ के पेंडिंग बिलों के कागज और दस्तावेज अपने साथ ले गयी है. निगरानी टीम ने घूसखोर अभियंता के हेड क्लर्क समेत अन्य कर्मचारियों से भी मामले को लेकर पूछताछ की है. वहीं दूसरी ओर इस घटना के बाद से पथ निर्माण विभाग में सन्नाटा पसर गया है. लेकिन फिर भी पुलिस वहां तैनात है.

कटिहार: जिले के पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को रंगे हाथों निगरानी टीम ने पकड़ा. जिसके बाद महत्वपूर्ण फाइलों के जांच करने के बाद अभियंता को विजिलेंस टीम अपने साथ ले गयी. इसके बाद से ही पथ निर्माण कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है.

पथ निर्माण विभाग में पसरा सन्नाटा

कार्यपालक अभियंता घूस लेते हुए पकड़ा गया
दरअसल, जिले में पथ निर्माण विभाग में कार्यरत कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार को निगरानी टीम ने सोमवार को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया. बताया जाता है कि सभी बिल जमा होने के बावजूद अरविंद कुमार ने टॉपलाइन इंफ्रा लिमिटेड से बिल क्लियरेन्स के नाम पर पांच करोड़ रुपये से भी अधिक रुपये ऐंठ लिये थे. इसके अलावा
क्लियरेन्स के नाम पर 83 लाख रुपये बतौर कमीशन में से 16 लाख रुपये लेते सोमवार को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया.

यह भी पढ़े-कार्यपालक अभियंता घूसकांड: निगरानी विभाग का दावा- पेंडिंग मिले हैं 5 करोड़ के बिल के पेपर

पथ निर्माण कार्यालय में पसरा सन्नाटा
जानकारी के अनुसार विजिलेंस टीम को घूसकांड से जुड़े कई अहम कड़ी हाथ लगे हैं. जांच टीम ने टॉपलाइन इंफ्रा लिमिटेड से जुड़े पांच करोड़ के पेंडिंग बिलों के कागज और दस्तावेज अपने साथ ले गयी है. निगरानी टीम ने घूसखोर अभियंता के हेड क्लर्क समेत अन्य कर्मचारियों से भी मामले को लेकर पूछताछ की है. वहीं दूसरी ओर इस घटना के बाद से पथ निर्माण विभाग में सन्नाटा पसर गया है. लेकिन फिर भी पुलिस वहां तैनात है.

Intro:.......कटिहार के पथ निर्माण विभाग के घूसखोर कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार के गुनाहों की पोटली खंगाल वापस लौटी विजिलेंस टीम......। मिले कई अहम सुराग और दस्तावेज..। महत्वपूर्ण फाइलों को तफशीश में अपने साथ ले गयी विजिलेंस टीम ......। बिल सबमिट होने के बाबजूद महीनों से अटके पड़े थे टॉपलाइन इंफ्रा लिमिटेड से पाँच करोड़ रुपये से ज्यादा रुपये के बिल और क्लियरयेन्स के नाम पर तेरासी लाख रुपये बतौर कमीशन में से सोलह लाख रुपये कैश लेते विजिलेंस ने किया था गिरफ्तार .......।


Body:यह दृश्य देर रात कटिहार के पथ निर्माण विभाग के कटिहार स्थित कार्यालय का हैं जहाँ विजिलेंस की टीम घूसखोर अभियंता के दफ्तर को खंगाल वापस लौट रही हैं । बताया जा रहा हैं कि विजिलेंस टीम को घूसकांड से जुड़े कई अहम कड़ी हाथ लगे हैं । जाँच टीम ने टॉपलाइन इंफ्रा लिमिटेड से जुड़े पाँच करोड़ के पेंडिंग बिलों के कागज और दस्तावेज अपने साथ ले गयी हैं । निगरानी टीम ने इसके अलावा कई और पेंडिंग बिलों की जाँच भी की जिसमें काम होने और बिल सबमिट होने के बाबजुद अब तक बिल क्लियरयेन्स नहीं हुआ था । निगरानी टीम ने घूसखोर अभियंता के हेड क्लर्क समेत अन्य कर्मचारियों से भी मामले की तहकीकात किया ......।


Conclusion:निगरानी विभाग के जाँच कर लौटने के बाद कार्यालय में सन्नाटा पसर गया हैं । अब देखना दिलचस्प होगा कि आगे जो दस्तावेज जाँच टीम को हाथ लगी हैं , उस पिटारे से गुनाह के और कितने किस्से और इसके तार किस - किस तक पहुँचते हैं , देखने वाली बात होगी .......।
Last Updated : Nov 19, 2019, 9:42 AM IST
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