कटिहार: कटिहार के टाऊन क्लब प्रांगण में टीईटी पास अभ्यर्थियों की बैठक हुई. सम्बोधित करते हुए राजद नेता समरेन्द्र कुणाल ने कहा कि शिक्षक नियोजन में रोजगार के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. बता दें कि बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में करीब डेढ़ लाख पदों पर शिक्षकों के नियोजन के लिए आवेदन 18 सितंबर से ही शुरू है.
1 लाख 80 हजार शिक्षकों का पद खाली
राजद नेता समरेंद्र कुणाल ने कहा कि बिहार सरकार और श्रम संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में 1 लाख 80 हजार शिक्षकों का पद खाली है. जिसमें सिर्फ 80 हजार पदों पर ही नियोजन की घोषणा की गई है. जबकि धरातल पर 40 हजार पदों पर नियोजन के लिए आवेदन लिया जा रहा है. वहीं आवेदन करने वाले अभ्यर्थी जब आवेदन करने जा रहे तो उन्हे पंचायत सचिव नहीं मिल रहे हैं. प्रखंड मुख्यालय में आवेदन नहीं लिया जा रहा है.
दूसरे प्रदेशों से हुई शिक्षकों की नियुक्ति
कुणाल ने कहा कि राज्य सरकार झारखण्ड की तर्ज पर सूबे के बेरोजगारों के लिए डोमिसाइल नीति लागू करे, अन्यथा आन्दोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि टीईटी अभयर्थियों के तीन सूत्री मांगों को पूरा किया जाय. साथ ही राज्य में डोमिसाइल नीति लागू करने, 2011 से 2019 के बीच खाली 1 लाख 80 हजार पदों पर नियोजन और ऑन लाईन आवेदन की मांग को पूरा किया जाना चाहिए. बता दें कि साल 2011 के 90 हजार नियोजन में 30 हजार शिक्षकों की नियुक्ति दूसरे प्रदेशों के लोगों को लिया गया था. जबकि झारखंड के नौकरियों में डोमिसाइल के तहत बिहार के अभ्यर्थियों पर रोक लगा दी गयी है.