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कटिहार: TET पास अभ्यर्थियों ने की बैठक, रिक्त पदों को जल्द भरने की मांग

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Published : Oct 17, 2019, 10:28 PM IST

राजद नेता समरेंद्र कुणाल ने कहा कि बिहार सरकार और श्रम संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में 1 लाख 80 हजार शिक्षकों का पद खाली है. जिसमें सिर्फ 80 हजार पदों पर ही नियोजन की घोषणा की गई है. जबकि धरातल पर 40 हजार पदों पर नियोजन के लिए आवेदन लिया जा रहा है.

रिक्त पदों को भरने की मांग करते TET पास अभ्यर्थी

कटिहार: कटिहार के टाऊन क्लब प्रांगण में टीईटी पास अभ्यर्थियों की बैठक हुई. सम्बोधित करते हुए राजद नेता समरेन्द्र कुणाल ने कहा कि शिक्षक नियोजन में रोजगार के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. बता दें कि बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में करीब डेढ़ लाख पदों पर शिक्षकों के नियोजन के लिए आवेदन 18 सितंबर से ही शुरू है.

1 लाख 80 हजार शिक्षकों का पद खाली
राजद नेता समरेंद्र कुणाल ने कहा कि बिहार सरकार और श्रम संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में 1 लाख 80 हजार शिक्षकों का पद खाली है. जिसमें सिर्फ 80 हजार पदों पर ही नियोजन की घोषणा की गई है. जबकि धरातल पर 40 हजार पदों पर नियोजन के लिए आवेदन लिया जा रहा है. वहीं आवेदन करने वाले अभ्यर्थी जब आवेदन करने जा रहे तो उन्हे पंचायत सचिव नहीं मिल रहे हैं. प्रखंड मुख्यालय में आवेदन नहीं लिया जा रहा है.

katihar
TET पास अभ्यर्थियों ने की बैठक
अभ्यर्थी आवेदन फॉर्म जमा करने के लिए भटक रहे हैं. इनका आरोप है कि सरकार जानबूझकर ऑन लाईन आवेदन नहीं ले रही है. नतीजतन बिहार के टीईटी अभयर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रिक्त पदों को भरने की मांग करते TET पास अभ्यर्थी

दूसरे प्रदेशों से हुई शिक्षकों की नियुक्ति
कुणाल ने कहा कि राज्य सरकार झारखण्ड की तर्ज पर सूबे के बेरोजगारों के लिए डोमिसाइल नीति लागू करे, अन्यथा आन्दोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि टीईटी अभयर्थियों के तीन सूत्री मांगों को पूरा किया जाय. साथ ही राज्य में डोमिसाइल नीति लागू करने, 2011 से 2019 के बीच खाली 1 लाख 80 हजार पदों पर नियोजन और ऑन लाईन आवेदन की मांग को पूरा किया जाना चाहिए. बता दें कि साल 2011 के 90 हजार नियोजन में 30 हजार शिक्षकों की नियुक्ति दूसरे प्रदेशों के लोगों को लिया गया था. जबकि झारखंड के नौकरियों में डोमिसाइल के तहत बिहार के अभ्यर्थियों पर रोक लगा दी गयी है.

कटिहार: कटिहार के टाऊन क्लब प्रांगण में टीईटी पास अभ्यर्थियों की बैठक हुई. सम्बोधित करते हुए राजद नेता समरेन्द्र कुणाल ने कहा कि शिक्षक नियोजन में रोजगार के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. बता दें कि बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में करीब डेढ़ लाख पदों पर शिक्षकों के नियोजन के लिए आवेदन 18 सितंबर से ही शुरू है.

1 लाख 80 हजार शिक्षकों का पद खाली
राजद नेता समरेंद्र कुणाल ने कहा कि बिहार सरकार और श्रम संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में 1 लाख 80 हजार शिक्षकों का पद खाली है. जिसमें सिर्फ 80 हजार पदों पर ही नियोजन की घोषणा की गई है. जबकि धरातल पर 40 हजार पदों पर नियोजन के लिए आवेदन लिया जा रहा है. वहीं आवेदन करने वाले अभ्यर्थी जब आवेदन करने जा रहे तो उन्हे पंचायत सचिव नहीं मिल रहे हैं. प्रखंड मुख्यालय में आवेदन नहीं लिया जा रहा है.

katihar
TET पास अभ्यर्थियों ने की बैठक
अभ्यर्थी आवेदन फॉर्म जमा करने के लिए भटक रहे हैं. इनका आरोप है कि सरकार जानबूझकर ऑन लाईन आवेदन नहीं ले रही है. नतीजतन बिहार के टीईटी अभयर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रिक्त पदों को भरने की मांग करते TET पास अभ्यर्थी

दूसरे प्रदेशों से हुई शिक्षकों की नियुक्ति
कुणाल ने कहा कि राज्य सरकार झारखण्ड की तर्ज पर सूबे के बेरोजगारों के लिए डोमिसाइल नीति लागू करे, अन्यथा आन्दोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि टीईटी अभयर्थियों के तीन सूत्री मांगों को पूरा किया जाय. साथ ही राज्य में डोमिसाइल नीति लागू करने, 2011 से 2019 के बीच खाली 1 लाख 80 हजार पदों पर नियोजन और ऑन लाईन आवेदन की मांग को पूरा किया जाना चाहिए. बता दें कि साल 2011 के 90 हजार नियोजन में 30 हजार शिक्षकों की नियुक्ति दूसरे प्रदेशों के लोगों को लिया गया था. जबकि झारखंड के नौकरियों में डोमिसाइल के तहत बिहार के अभ्यर्थियों पर रोक लगा दी गयी है.

Intro:कटिहार

बिहार टीईटी बेरोजगार संघ के तत्वावधान में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए राजद नेता समरेन्द्र कुणाल ने कहा शिक्षक नियोजन रोजगार के नाम पर खानापूर्ति किया जा रहा है। बता दें कि बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में करीब डेढ़ लाख पदों पर शिक्षकों के नियोजन के लिए आवेदन 18 सितंबर से ही शुरू है।

Body:कटिहार के टाऊन क्लब प्रांगण में टीईटी पास बेरोजगार अभयर्थियों की बैठक की अध्यक्षता के पश्चात राजद नेता समरेंद्र कुणाल ने कहा कि बिहार सरकार एवं श्रम संसाधन विभाग के अनुसार राज्य में एक लाख अस्सी हजार शिक्षकों का पद खाली है जिसमें सिर्फ अस्सी हजार पदों पर नियोजन की ही घोषणा किया गया जबकि धरातल पर चालिस हजार पदों का नियोजन के लिए ही आवेदन लिया जा रहा है। वहीं आवेदन करने वाले अभयर्थियों को पंचायत सचिव नहीं मिल रहे हैं। प्रखंड मुख्यालय में आवेदन नहीं लिया जा रहा है लोग आवेदन जमा करने के लिए भटक रहें हैं। पंचायत सचिव बाढ़ या कई पंचायतों का प्रभार में व्यस्तता बता रहें हैं। सरकार जानबूझकर ऑन लाईन आवेदन नहीं ले रही है।

उन्होने कहा कि सरकार पंचायतों में आवेदन के लिए बेरोजगारों की भीड़ खड़ा कर रोजगार देने का दिखावा करना चाहती है। रिक्तियों के अनुसार नियोजन नहीं होने से राज्य के लाखों टीईटी छात्रों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। कड़ी मेहनत एवं पैसा खर्च कर वर्ष 2011 से शिक्षक नियोजन का इन्तजार कर रहें हैं। सात वर्षो के बीच आवश्यकता अनुसार नियोजन नहीं किया गया वहीं दूसरे राज्यों के टीईटी अभयर्थियों की भीड़ बढ़ रही है। नतीजतन बिहार के टीईटी अभयर्थियों के लिए गम्भीर स्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।

Conclusion:उन्होने बताया कि वर्ष 2011 के 90 हजार नियोजन में तीस हजार शिक्षकों की नियुक्ति दूसरे प्रदेशों के लोगों को लिया गया था। जबकि झारखंड के नौकरियों में डोमिसाइल के तहत बिहारी अभयर्थियों पर रोक लगा दिया गया है।

कुणाल ने कहा कि झारखण्ड के तर्ज पर सुबे के बेरोजगारों के लिए डोमिसाइल नीति लागू करे राज्य सरकार अन्यथा आन्दोलन किया जाएगा। इन्होने कहा कि टीईटी अभयर्थियों के तीन सूत्रि मांगों को तथा राज्य में डोमिसाइल नीति लागू करने, 2011 से 2019 के बीच खाली एक लाख अस्सीज हजार पदों पर नियोजन एवं ऑन लाईन आवेदन की माँग को लेकर बिहार टीईटी बेरोजगार संघ आन्दोलन करेगी।

बाइट मो सदाम
बाइट ऋषि कुमार
बाइट राजद नेता समरेंद्र कुणाल
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