ETV Bharat / state

कटिहार: किसी भी पल गंगा के कटाव में समा सकता है ये स्कूल, जान जोखिम में डालकर पढ़ रहे हैं बच्चे - etv bharat bihar

गंगा नदी और स्कूल के बीच में अब महज 5 मीटर का ही फासला रह गया है. नतीजतन, विद्यालय के शिक्षक और ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर पल-पल डरे रहते हैं.

स्कूल
author img

By

Published : Jul 13, 2019, 9:52 PM IST

कटिहार: सरकार की अनदेखी इस कदर है कि कटिहार के मासूमों की जान पर बन आई है. गंगा में तेजी से हो रहे कटाव के कारण अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला गांव का उत्क्रमित मध्य विद्यालय कभी भी गंगा की गर्त में समा सकता है. जिससे 600 मासूम बच्चों का भविष्य खतरे में है.

गंगा नदी और स्कूल के बीच में अब महज 5 मीटर का ही फासला रह गया है. नतीजतन, विद्यालय के शिक्षक और ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर पल-पल डरे रहते हैं. कई बार शिकायत के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक समुचित व्यवस्था नहीं की गई है.

katihar
विद्यालय

5 मीटर का रह गया है फासला
गंगा नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण कटिहार के निचले इलाकों में पानी घुसने लगा है. पानी बढ़ने के साथ नदियों में कटाव भी तेज हो गया है. अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला का उत्क्रमित मध्य विद्यालय से महज 5 मीटर की दूरी पर गंगा का कटाव हो रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पानी बढ़ने की रफ्तार यही रही तो कुछ ही दिनों में यह विद्यालय गंगा में समा जाएगा.

katihar
विद्यालय

चिंता में 600 बच्चों का भविष्य
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक बताते हैं गंगा किनारे बसे इस झब्बू टोला उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 600 बच्चों का नामांकन है. लेकिन जिस तरह से गंगा नदी में कटाव हो रहा है, उससे यहां के छात्र, शिक्षक और ग्रामीण भी भयभीत हैं कि कहीं यह विद्यालय गंगा के गर्त में न समा जाए. क्योंकि इससे पहले भी अमदाबाद प्रखंड के विभिन्न गांव में कई विद्यालय गंगा के गर्त में समा चुके हैं. लेकिन, अभी तक प्रशासन की ओर से इसके लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है और ना ही कटाव को रोकने के लिए कोई समाधान निकाला जा रहा है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

हादसे के बावजूद नहीं चेत रहा प्रशासन
बता दें कि अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला का यह उत्क्रमित मध्य विद्यालय कटाव की चपेट में आने वाला पहला स्कूल नहीं होगा. इससे पहले भी कई विद्यालय गंगा की गर्त में समा चुके हैं. लेकिन, इसके लिए सरकार की ओर से अभी तक कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है.

कटिहार: सरकार की अनदेखी इस कदर है कि कटिहार के मासूमों की जान पर बन आई है. गंगा में तेजी से हो रहे कटाव के कारण अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला गांव का उत्क्रमित मध्य विद्यालय कभी भी गंगा की गर्त में समा सकता है. जिससे 600 मासूम बच्चों का भविष्य खतरे में है.

गंगा नदी और स्कूल के बीच में अब महज 5 मीटर का ही फासला रह गया है. नतीजतन, विद्यालय के शिक्षक और ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर पल-पल डरे रहते हैं. कई बार शिकायत के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक समुचित व्यवस्था नहीं की गई है.

katihar
विद्यालय

5 मीटर का रह गया है फासला
गंगा नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण कटिहार के निचले इलाकों में पानी घुसने लगा है. पानी बढ़ने के साथ नदियों में कटाव भी तेज हो गया है. अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला का उत्क्रमित मध्य विद्यालय से महज 5 मीटर की दूरी पर गंगा का कटाव हो रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पानी बढ़ने की रफ्तार यही रही तो कुछ ही दिनों में यह विद्यालय गंगा में समा जाएगा.

katihar
विद्यालय

चिंता में 600 बच्चों का भविष्य
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक बताते हैं गंगा किनारे बसे इस झब्बू टोला उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 600 बच्चों का नामांकन है. लेकिन जिस तरह से गंगा नदी में कटाव हो रहा है, उससे यहां के छात्र, शिक्षक और ग्रामीण भी भयभीत हैं कि कहीं यह विद्यालय गंगा के गर्त में न समा जाए. क्योंकि इससे पहले भी अमदाबाद प्रखंड के विभिन्न गांव में कई विद्यालय गंगा के गर्त में समा चुके हैं. लेकिन, अभी तक प्रशासन की ओर से इसके लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है और ना ही कटाव को रोकने के लिए कोई समाधान निकाला जा रहा है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

हादसे के बावजूद नहीं चेत रहा प्रशासन
बता दें कि अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला का यह उत्क्रमित मध्य विद्यालय कटाव की चपेट में आने वाला पहला स्कूल नहीं होगा. इससे पहले भी कई विद्यालय गंगा की गर्त में समा चुके हैं. लेकिन, इसके लिए सरकार की ओर से अभी तक कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है.

Intro:कटिहार

गंगा में हो रही तेजी से कटाव के कारण अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला गांव का उत्क्रमित मध्य विद्यालय कभी भी गंगा के गर्त में समा सकता है जिससे 600 बच्चों का भविष्य खतरे में है। गंगा नदी और स्कूल के बीच में महज 5 मीटर का रह गया है फासला। विद्यालय के शिक्षक और ग्रामीण रहते हैं भयभीत। प्रशासन की ओर से अभी तक नहीं गई की गई है कोई समुचित व्यवस्था।


Body:गंगा नदी के जल स्तर में लगातार हो रहे वृद्धि के कारण निचले इलाकों में पानी फैलने लगा है। पानी बढ़ने के साथ नदियों में कटाव भी तेज हो गया है। अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला का उत्क्रमित मध्य विद्यालय से महज 5 मीटर की दूरी पर गंगा का कटाव हो रहा है। अगर पानी बढ़ने की रफ्तार इसी तरह रही तो कुछ हीं दिनों में यह विद्यालय गंगा के गर्भ में समा जाएगा। गंगा नदी का जलस्तर में वृद्धि होने के साथ ही झब्बू टोला गांव के ग्रामीण भी भयभीत है।

विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक बताते हैं गंगा किनारे बसे इस झब्बू टोला उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 550 बच्चों का नामांकन है। लेकिन जिस तरह से गंगा नदी में कटाव हो रही है उससे यहां के छात्र, शिक्षक और ग्रामीण भी भयभीत है कि कहीं यह विद्यालय गंगा के गर्त में समा जाए। क्योंकि इससे पहले भी अमदाबाद प्रखंड के विभिन्न गांव में कई विद्यालय गंगा के गर्त में समा चुकी है। लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से इसके लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है और ना ही कटाव को रोकने के लिए कोई समाधान निकाला जा रहा है। अगर जल्दी ही कटाव का समाधान नहीं निकाला गया तो यह विद्यालय भी गंगा में समा जाएगी।

विद्यालय और गंगा नदी की दूरी में महज 5 मीटर का फासला रह गया है ऐसे में ग्रामीण भी इस बात को लेकर दहशत में है कि कहीं अगर उनके बच्चे विद्यालय में पढ़ाई करने के दौरान स्कूल गंगा में समा जाएगी तो स्कूल के साथ-साथ उनके बच्चे भी मौत के मंजर में समा जाएंगे। ऐसे में इन्होंने सरकार और प्रशासन से कटाव रोकने के लिए जल्द से जल्द उचित कदम उठाने की बात कही है।


Conclusion:अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला का यह उत्क्रमित मध्य विद्यालय कटाव के चपेट में आने वाली यह कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी कई विद्यालय गंगा के गर्त में समा चुकी है लेकिन इसके लिए सरकार की ओर से अभी तक कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है और ना ही कटाव रोकने के लिए कोई पहल की गई है महज 5 मीटर की दूरी रह गई है और सरकार के अधिकारी मुक दर्शक बन इस विद्यालय का गंगा में समाने का इंतजार कर रहे हैं। जरूरत है जल्द से जल्द कटाव रोकने के लिए कोई समुचित व्यवस्था की जाए ताकि विद्यालय के साथ-साथ बच्चों का भविष्य संवर सके।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.