कटिहार: जिले में महानंदा नदी पर बना सड़क बांध अपने जर्जर हालातों की वजह से राहगीरों के लिये परेशानी का सबब बना हुआ है. 1972 में निर्माण के बाद से इस सड़क बांध पर न तो कभी मरम्मती हुई और न ही मिट्टी भरे गए. ऐसे में सड़क पर उग आये बड़े-बड़े गड्ढे हादसे को दावत दे रहे हैं.
जर्जर हालात में सड़क बांध
प्राणपुर प्रखंड के काठघर पंचायत इलाके में महानंदा नदी के किनारे लोगों के आवागमन के लिये सड़क बांध बनाया गया है. बताया जाता हैं कि यह जिले के अमदाबाद प्रखंड इलाके को सीमावर्ती पूर्णिया जिले से जोड़ता हैं. सोलह फीट चौड़े इस बांध सड़क की बदकिस्मती यह है कि जब से इस सड़क बांध का निर्माण हुआ है. उसके बाद इस पर न तो कभी मरम्मती हुई और न ही कभी मिट्टी भरी गई. सड़क के पक्कीकरण के उखड़ जाने की वजह हालात जर्जर हो चुके हैं. जिससे वाहनों को चलने में काफी परेशानी होती हैं.
पैदल चलने में भी होती है परेशानी
स्थानीय ग्रामीण लोकनाथ मंडल बताते हैं कि बांध सड़क खराब होने की वजह से लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि जब से इस सड़क बांध का निर्माण हुआ है तब से आज-तक मरम्मत के नाम पर कोई काम नहीं हुआ है. स्थानीय बताते हैं कि इस सड़क बांध से हर दिन हजारों लोग सफर करते हैं. धूल भरी जर्जर सड़क राहगीरों के लिये परेशानी का सबब बन चुकी है जिसपर कोई ध्यान नहीं देता है.
निर्माण के बाद अब तक हालात जस के तस
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में सरकार ने कार्य करना शुरू दिया हैं और सीएम नीतीश ने विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता एक बार फिर से दोहरायी हैं. अब देखना दिलचस्प होगा कि कटिहार के इस बदहाल सड़क बांध पर कब तक हालात दुरुस्त हो पाते हैं और कब तक लोगों को परेशानी से निजात मिल पाता है.