कटिहारः दैनिक मजदूरी पर सेवा बंद किए जाने और आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम लिए जाने के सरकारी फरमान के बाद कटिहार के मजदूर सड़क पर उतर आएं हैं. इसके विरोध में सफाई कर्मचारी शहीद चौक पर आगजनी और प्रदर्शन कर रहे हैं. इस संबंध में पत्र जारी होने के बाद नगर निगम के करीब 500 कर्मियों को हटाया जाने की बात सामने आ रही है.
ग्रुप D के दैनिक मजदूरी की सेवा बंद
बिहार सरकार ने एक आदेश पारित किया है, जिसमें ग्रुप D के दैनिक मजदूरी की सेवा बंद किए जाने की बात कही गई है. अब नगर निगम के काम को एनजीओ या आउटसोर्सिंग के माध्यम से कराए जाने की बात कही गई है. इस आदेश के पारित होने के बाद पूरे बिहार के मजदूर आगजनी कर प्रदर्शन कर रहे हैं.
कटिहार-पूर्णिया मुख्य मार्ग पर आगजनी
कटिहार नगर निगम के मजदूर, सफाईकर्मी, कुली, चालक, बिजली मिस्त्री और रसोईया ने इस आदेश के पारित होने के बाद कटिहार-पूर्णिया मुख्य मार्ग पर आगजनी कर भारी विरोध किया. साथ ही सरकार से इस आदेश को वापस लेने की मांग की. इतना ही नहीं मजदूरों ने कुत्तों को मार कर लटका दिया. साथ ही नगर निगम के मेयर के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया.
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करीब 500 मजदूरों की गई नौकरी
बता दें कि कटिहार जिले में भी करीब 500 मजदूरों की नौकरी चली गई है. जिसके बाद उनके सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. मौके पर मौजूद युवा राजद के प्रदेश सचिव आशु पांडे ने बताया एक ओर केंद्र सरकार स्वच्छ भारत की बात कहती है, तो वहीं दूसरी ओर शहरों की सफाई करने वाले मजदूरों को नौकरी से निकाल देती है. आज देश में इतनी बेरोजगारी बढ़ गई है कि लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है. बल्कि उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है.
40 सालों से काम कर रहे थे मजदूर
बता दें कि जिले में ये मजदूर पिछले 40 सालों से काम कर रहे हैं. उन्हें नौकरी से निकाल दिए जाने के बाद परिवार चलाने और खाने पर आफत आ गई है. इन मजदूरों ने बिहार सरकार से जल्द से जल्द इस आदेश को वापस लेने की मांग की है, नहीं तो जोरदार प्रदर्शन करने का चेतावनी दिया है.