कटिहार: जिले के नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 2 स्थित गौशाला के लोग जलजमाव के कारण काफी परेशान हैं. ग्रामीण अपना घर छोड़कर सड़क किनारे प्लास्टिक के घर में रहने को मजबूर हैं. हालात यह है कि अभी तक स्थानीय जनप्रतिनिधि या जिला प्रशासन के लोग इन विस्थापित परिवारों का हाल जानने नहीं पहुंचे हैं.
बता दें कि बीते दिनों जिले में लगातार 2 सप्ताह की भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलजमाव जैसी स्थिति हो गई थी. उसमें नगर निगम के वार्ड संख्या 2 गोशाला पॉलिटेक्निक कॉलेज के समीप 4 से 5 फुट पानी भर गया है. जिस कारण कई लोगों का घर पानी में पूरी तरह डूब चुका है. जिसके कारण लोग कटिहार-पूर्णिया मुख्य सड़क के किनारे रहने को मजबूर हैं. सैकड़ों विस्थापित परिवार प्लास्टिक के तंबू में अपना जीवन-यापन कर रहे हैं. लेकिन जिला प्रशासन या स्थानीय जनप्रतिनिधि की ओर से अब तक कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है.
नहीं मिली कोई सरकारी मदद
विस्थापित परिवार के सदस्यों ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि पिछले 4 महीने से वो सड़क के किनारे रह रहे हैं. लेकिन अभी तक कोई भी मदद नहीं मिली है और ना ही कोई नेता देखने पहुंचा है. बारिश के कारण घर में पानी घुस आया है. परिवार के साथ सड़क के किनारे किसी तरह प्लास्टिक के तंबू में जीवन-यापन कर रहे हैं. स्थानीय वार्ड पार्षद को कई बार कहने पर सिर्फ शौचालय की व्यवस्था की गई. लेकिन इसके अलावा अभी तक कोई मदद नहीं मिली है.
उचित सुविधा मुहैया कराने की मांग
बता दें कि जिले के सभी 7 विधानसभा सीटों पर तीसरे चरण यानी 7 नवंबर को मतदान है. क्षेत्र के नेता अपनी चुनावी तैयारी में लगे हुए हैं. लेकिन चुनावी तैयारी के बीच नेताओं को स्थानीय समस्या के बारे में कोई जानकारी नहीं है और न ही लोगों से मिलने नेता पहुंच रहे हैं. ऐसे में इन परिवारों के बीच काफी आक्रोश है. लोगों ने जल्द ही प्रशासन से उचित सुविधा मुहैया कराने की मांग की है.