कटिहार: बिहार सरकार के पिछड़ा अति पिछड़ा कल्याण मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में लोग आज भी जान जोखिम में डालकर नाव से आवागमन करने को मजबूर हैं. जिले के प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में दुर्गापुर घाट के समीप महानंदा नदी पर पुल नहीं होने के कारण आजमनगर प्रखंड के लोगों को काफी समस्या हो रही है.
बता दें कि प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र के प्राणपुर प्रखंड और आजमनगर प्रखंड को महानंदा नदी विभाजित करती है. लेकिन इलाके के लोगों के लिए इस पार से उस पार जाने के लिए एकमात्र सहारा नाव ही है. आजमनगर क्षेत्र के लोगों को कटिहार जाने के लिए 70 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है. वहीं अगर इस इलाके में पुल का निर्माण करा दिया जाए तो यह दूरी महज 40 किलोमीटर तक रह जाएगी.
किसी जनप्रतिनिधी ने नहीं दिया ध्यान
दुर्गापुर घाट के समीप पुल के निर्माण से प्राणपुर और आजमनगर प्रखंड के लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी. इलाके के लोगों ने यहां पुल निर्माण के लिए कई बार विधायक और बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह, पूर्व सांसद निखिल चौधरी, पूर्व सांसद तारिक अनवर समेत कई जनप्रतिनिधियों को लिखित आवेदन दिया है. लेकिन आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.
जान जोखिम में डालकर लोग कर रहे आवागमन
स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी महानंदा नदी उफान पर है और बाढ़ जैसे हालात हैं. ऐसी स्थिति में भी हमलोग जान जोखिम में डालकर नाव से आवागमन करने को मजबूर हैं. पुल नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी होती है. लोगों को जिले के मेन मार्केट जाने के लिए 70 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है. वहीं अगर यहां पर पुल बन जाता है तो इस दूरी में लगभग 30 किलोमीटर की कमी आएगी. साथ ही पश्चिम बंगाल और आजमनगर प्रखंड के लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी.
जनप्रतिनिधी ध्यान दें तो बन सकता है पुल
वहीं दुर्गा पुर घाट के समीप पुल निर्माण को लेकर पिछले 15 सालों से प्रयत्नशील समाजसेवी शिवनारायण यादव बताते है कि वो काफी दिनों से पुल निर्माण के लिए संघर्षशील है. कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी बताया गया. लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी. उन्होंने बताया कि एक बार केंद्रीय टीम निरीक्षण के लिए यहां आई थी. टीम ने दुर्गापुर घाट के समीप पुल निर्माण की बात कही थी. लेकिन उस पर भी अभी तक कोई अमल नहीं किया गया. अगर जनप्रतिनिधी इस पर थोड़ा ध्यान दें तो यहां पर पुल निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा.