कटिहार: मनिहारी इलाके के लोग ट्रक चालकों की मनमानी से परेशान हैं. बेतरकीब वाहन चालन ने इनका जीना दूभर कर दिया है. बस स्टैंड से लेकर मनिहारी गंगा तट तक इधर-उधर लगे ट्रकों की कतारों ने लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल कर दिया है. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि प्रशासन लोगों की समस्याओं को समझते हुए बस स्टैंड से मनिहारी गंगा तट तक बायपास सड़क का निर्माण करे, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी से निजात मिल सके.
नंबर लगाने की रहती है होड़
लोगों ने बताया कि ट्रक चालकों की मनमानी के कारण रोजाना जाम की समस्या झेलनी पड़ती है. जाम की यह समस्या झारखंड से बिहार आने वाले ट्रकों और बिहार से झारखंड जाने वाले ट्रकों के कारण होती है. जिले के गंगा नदी मनिहारी घाट के दूसरी ओर झारखंड का साहेबगंज इलाका है. बीच में गंगा नदी दोनों राज्यों को बांटती है. साहेबगंज से भवन निर्माण में काम आने वाले गिट्टी, बोल्डर आदि नावों के जरिये गंगा तट पहुंचती हैं, जिसके बाद उसे किनारे में लगे ट्रक पर अपलोड किया जाता है. ट्रक पर अपलोड में पहले ट्रक का नंबर लग जाये, इसके लिये ट्रक चालक जैसे- तैसे आगे बढ़ने की होड़ में बेतरकीब खाली ट्रक खड़ा कर देते हैं. इस कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है.
आमरण अनशन की चेतावनी
इस बारे में नागरिक संघर्ष समिति मनिहारी के अध्यक्ष अंगद ठाकुर बताते हैं कि ट्रक चालकों के बेतरकीब गाड़ी स्टैंड करने से पैदल चलना दूभर हो गया है. जिला प्रशासन लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मनिहारी बस स्टैंड से गंगानदी घाट तक बायपास सड़क का निर्माण कराये नहीं तो बायपास सड़क के निर्माण के लिये जनता आमरण अनशन पर बैठ जाएगी. वहीं, स्थानीय शशि यादव ने बताया कि ट्रक जाम के कारण शव जलाने आने वाले लोगों को भी काफी परेशानी होती है. गाड़ी से उतार कंधे पर अर्थी को रख दो किलोमीटर पैदल चलकर गंगानदी घाट पहुंचाना पड़ता है.