कटिहार: जिले में बस चालकों की दस दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. बस आवागमन ठप्प रहने की वजह से ऑटो चालक चांदी काट रहे हैं और यात्रियों से दोगुने से ज्यादा किराया वसूल रहे हैं. ऑटो चालकों की मनमानी का सबसे ज्यादा शिकार परदेसी मजदूर हो रहे हैं, जो दिल्ली-पंजाब जैसी जगहों से काम कर वापस लौट रहे हैं और कटिहार पहुंचने पर पूर्णिया, अररिया और किशनगंज जाने के लिए अपनी गाढ़ी कमाई ढीली कर रहे हैं.
मजदूर वर्ग हड़ताल का बड़ा शिकार
यात्रियों की यह भीड़ उड़ीसा से काम कर ट्रेन से कटिहार वापस लौटी है. कटिहार से इन मजदूरों को अररिया जिले के रानीगंज जाना है, लेकिन दस दिनों से चली आ रही बस हड़ताल के कारण कटिहार से आगे जाने में इन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यदि यह लोग बस या दूसरी बड़ी गाड़ी से गंतव्य तक जाते तो 25 रुपये में ही काम चल जाता है, लेकिन ऑटो चालक 60 रुपए किराया वसूल रहे हैं.
ऑटो चालक वसूल रहे मनमाना किराया
पीड़ित यात्री छोटू सिंह बताते हैं कि वे लोग उड़ीसा रेलवे में काम कर रहे कंस्ट्रक्शन कंपनी के मजदूर हैं. काम खत्म होने पर वह कटिहार लौटे हैं और उसे अररिया के रानीगंज जाना हैं, जिसके लिये 60 रुपए किराया ऑटो चालक मांग रहे हैं. पीड़ित यात्री रवि कुमार बताते हैं कि पूर्णिया जाने के लिए ऑटो चालक 50 रुपए एक आदमी के मांग रहे हैं.
यात्री हलकान, प्रशासन मौन
कटिहार में नवनिर्मित बस पड़ाव से गाड़ी खोलने के प्रशासनिक दबाव के बाद बस मालिक बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं. उनकी मांग है कि सरकार नवनिर्मित बस पड़ाव और शहर के बीच में आने वाले रेलवे के दो ढालों पर फ्लाई ओवर का निर्माण कराए, जिससे घंटों जाम से उन्हें मुक्ति मिल सके या फिर फ्लाई ओवर निर्माण होने तक वैकल्पिक इंतजाम हो.