कटिहार: जिले में जलसंकट का प्रकोप बढ़ते ही जा रहा है. लोगों को पीने के पानी के लिए जगह-जगह भटकना पड़ रहा है. सरकार द्वारा चलाई जा रही नल जल योजना भी यहां दम तोड़ती नजर आ रही है. लाखों रुपये से बने नल केवल शो पीस बन कर रह गए हैं.
दरअसल, लोगों को आर्सेनिक युक्त जल से निजात दिलाने और घर - घर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिये सरकार ने शहरी जलापूर्ति योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने का काम तो शुरू कर दिया है. लेकिन नगर निगम इलाके के पांच वार्डों में घर-घर नल लगाने के तीन महीने बीतने के बाद भी इन नलों से एक बूंद भी पानी नहीं टपकता. यहां के लोग ट्यूबवेल के सहारे ही जी रहे हैं.
नल से नहीं आता पानी
कटिहार नगर निगम के वार्ड नंबर 45 का तिनगछिया इलाके में प्रत्येक घरों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पाइप लाइन बिछाकर घर-घर नल लगा दिये गये हैं. इसे लगाने से करीब तीन महीने से अधिक का समय बीत चुका हैं लेकिन अब तक उक्त नलों से बूंद भर भी पानी नहीं टपका. लोग परेशान हैं कि इतने महीने बीतने के बावजूद उन्हें पेयजल उपलब्ध नहीं हैं.
सरकार के योजना पर सवाल
कटिहार बुडको के इंजीनियर सुनील कुमार बताते हैं कि कटिहार नगर निगम क्षेत्र के पांच वार्डों में पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका हैं लेकिन वाटर सफ्लाई क्यों नहीं हो रहा है इसपर कोई अधिकारी कोई जवाब नहीं देते हैं. अब सवाल उठता हैं कि यदि लाखों खर्च कर लोगों को पेयजल उपलब्ध नहीं कराया जाता तो ऐसी योजनाओं की क्या जरूरत है. लोगों की यह स्थिति सरकार की सात निश्चय योजनाओं की पोल खोल के रख दी.