कटिहार: दिल्ली के तबलीगी जमात कनेक्शन पर जिला प्रशासन ने बड़ा खुलासा किया है. दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज की इमारत से बुधवार की सुबह दो हजार से ज्यादा लोगों को बाहर निकाला गया था. इस मामले के सामने आते ही जिला प्रशासन भी काफी सतर्क हो गई है.
इस मामले में जिला प्रशासन ने गहन जांच करवाई है. जिसमें यह खुलासा हुआ कि निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज से कुछ लोग कटिहार आए हैं. उनमें से सात लोग कटिहार के निवासी हैं. जो 19 दिसंबर को कटिहार से बाहर गये थे और फिर वापस नहीं लौटे.
मरकज में सात लोग गए थे
डीएम कंवल तनुज ने अपने वीडियो संदेश में बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से कुछ लोगों की कटिहार आने की बात पर जिला प्रशासन ने पूरे मामले की गहनता से जांच करवाई है. जिसमें यह बातें सामने आयी कि जिले के सात लोग तबलीगी मरकज में हिस्सा लेने दिल्ली गये थे. जिसमें चार कोढ़ा, दो फलका और एक समेली प्रखण्ड के थे. जिसके बाद वह मॉरिशस गये और उसके बाद दिल्ली आये. चार लोग 16 मार्च को और बाकी लोग 20 मार्च को आये और सब लोग फिरोजाबाद में ही रह गये. जिसके बाद लॉक डाउन हो गया और उसके बाद सभी लोग वहीं रह गए.
11 अन्य लोगों की मिली सूची
डीएम कंवल तनुज ने बताया कि यह सात लोग विगत तीन महीने से कटिहार से बाहर हैं और निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज में रह गए. इनसे कटिहार में संक्रमण फैलने की संभावना शून्य है. उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त 11 अन्य लोगों की सूची जिला प्रशासन को प्राप्त हुई है. जिसमें दस बांग्लादेश और एक इंडोनेशिया के नागरिक हैं.
प्रशासन ने इस सूची की भी जांच कराई है. जिसमें यह बात सामने आयी है कि यह सभी लोग 15 से 20 फरवरी के बीच कटिहार आये थे. इस दौरान कटिहार के विभिन्न धार्मिक स्थलों का दौरा किया था और दस मार्च के आसपास यह सभी दिल्ली वापस लौट गये थे.
अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील
डीएम कंवल तनुज ने बताया कि जिला प्रशासन ने बंगलादेश और इंडोनेशिया से आये लोगों के आवासन के एक महीने के दौरान संपर्क में आये लोगों की भी पहचान की. जिसमें यह बात सामने आयी कि चार लोग इनके सम्पर्क में आये थे. जिसके सैंपल उसकी रजामंदी से जांच के लिये गये हैं. इसके साथ ही उन्होंने आम लोगों से लॉक डाउन का पालन करने की अपील की और किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है.