कटिहार: जिले में शनिवार को कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई. इस बीच कटिहार सदर अस्पताल में काम करने वाली एक एएनएम द्वारा बिना ट्रेनिंग दिए कोरोना टीकाकरण की ड्यूटी लगाए जाने के आरोप ने तूल पकड़ लिया. सुनैना देवी नाम की एएनएम ने मीडिया से कहा था कि उसे कोरोना का टीका लगाने की ट्रेनिंग नहीं मिली है. इसके बाद भी टीकाकरण की ड्यूटी पर लगाया गया है. वह बिना ट्रेनिंग के ही टीकाकरण कर रही है.
हर एएनएम को पता है कैसे लगेगा टीका
सुनैना के आरोप पर सिविल सर्जन डॉ डीएन पांडेय ने कहा "कोरोना का टीका लगाने के लिए अलग से ट्रेनिंग की जरूरत नहीं होती. अगर किसी ने एएनएम की डिग्री ली है तो उसे हर तरह के इंजेक्शन लगाने की ट्रेनिंग जरूर मिली होगी. टीकाकरण में यह बताया जाता है कि वैक्सीन किस रूट (शरीर का हिस्सा जहां इंजेक्शन लगाना हो) से दिया जाएगा."
मांसपेशी में लगता है कोटोना का टीका
"कोरोना के टीका के लिए कोई स्पेसिफिक (विशिष्ट) रूट नहीं है. वैक्सीनेशन की ट्रेनिंग का मतलब है उसका रूट बताना. ट्रेनिंग में बताया जाता है कि इंजेक्शन सबक्यूटेनियस (त्वचा और मांसपेशी के बीच) देना है, इंट्रामस्कुलर (मांसपेशी में) देना है या किसी और रूट से देना है. सभी एएनएम को बता दिया गया कि टीका इंट्रामस्कुलर देना है यानी मांस में देना है. इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन देना सभी एएनएम जानती हैं."- डॉ डीएन पांडेय, सिविल सर्जन
पहले दिन 522 लोगों को लगा टीका
कोरोना वैक्सीनेशन के पहले दिन कटिहार में 522 लोगों को टीका लगा. डॉ डीएन पांडेय ने कहा "जो लोग वैक्सीनेशन लिस्ट में नाम आने के बाद भी टीका नहीं लगवा पाए उन्हें एक और मौका दिया जाएगा".
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