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कन्हैया का केंद्र पर निशाना, कहा- सुप्रीम कोर्ट के जजों ने भी कही थी संविधान पर खतरे की बात - huge public meeting

कन्हैया कुमार के साथ सभा में पूर्व सांसद तारिक अनवर, कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान, भाकपा माले विधायक महबूब आलम समेत कांग्रेस और सीपीआई के सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे.

राजेंद्र स्टेडियम
कन्हैया कुमार ने किया विशाल जनसभा
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Published : Feb 7, 2020, 5:48 PM IST

कटिहार: जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सह सीपीआई नेता कन्हैया कुमार जन-गण-मन यात्रा के दौरान शुक्रवार को कटिहार पहुंचे. यहां सीपीआई कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. जहां उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला.

कटिहार
जनसभा में जुटी भीड़

सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम
बता दें कि जन संघर्ष मोर्चा की ओर से एनपीआर, एनआरसी और सीएए के विरोध में जन-गण-मन यात्रा आयोजित की गई है. इसी क्रम में कन्हैया कुमार ने जिले के राजेंद्र स्टेडियम में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. वहीं, मौके पर कन्हैया के साथ पूर्व सांसद तारिक अनवर, कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान, भाकपा माले विधायक महबूब आलम, समेत कांग्रेस और कन्हैया के सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे.

कटिहार
जनसभा संबोधित करने जाते कन्हैया

'29 फरवरी को गांधी मैदान में महारैली'
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बापू का बलिदान दिवस 30 जनवरी को है. 30 जनवरी 1948 को आतंकवादी नाथूराम गोडसे ने बापू की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसी बलिदान दिवस के मौके पर पश्चिम चंपारण से जन-गण-मन यात्रा की शुरुआत की गई है. जो 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में नागरिकता बचाओ, देश बचाओ महारैली में तब्दील होगी.

पेश है रिपोर्ट

'जागरूक होने की जरूरत'
कन्हैया ने कहा कि सरकार हर सरकारी तंत्र को निजीकरण करने में लगी हुई है. भारत पेट्रोलियम हो, एलआईसी हो या बीएसएनएल हो, सभी का निजीकरण किया जा रहा है. जब सरकारी स्कूल, सरकारी ऑफिस और सरकारी संस्था नहीं चाहिए. तो हमें यह सांसद और प्रधानमंत्री क्यों चाहिए. लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों ने संविधान पर खतरा की बात कही थी. संविधान पर खतरा है और संविधान को बचाने की जरूरत है.

कटिहार: जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सह सीपीआई नेता कन्हैया कुमार जन-गण-मन यात्रा के दौरान शुक्रवार को कटिहार पहुंचे. यहां सीपीआई कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. जहां उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला.

कटिहार
जनसभा में जुटी भीड़

सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम
बता दें कि जन संघर्ष मोर्चा की ओर से एनपीआर, एनआरसी और सीएए के विरोध में जन-गण-मन यात्रा आयोजित की गई है. इसी क्रम में कन्हैया कुमार ने जिले के राजेंद्र स्टेडियम में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. वहीं, मौके पर कन्हैया के साथ पूर्व सांसद तारिक अनवर, कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान, भाकपा माले विधायक महबूब आलम, समेत कांग्रेस और कन्हैया के सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे.

कटिहार
जनसभा संबोधित करने जाते कन्हैया

'29 फरवरी को गांधी मैदान में महारैली'
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बापू का बलिदान दिवस 30 जनवरी को है. 30 जनवरी 1948 को आतंकवादी नाथूराम गोडसे ने बापू की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसी बलिदान दिवस के मौके पर पश्चिम चंपारण से जन-गण-मन यात्रा की शुरुआत की गई है. जो 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में नागरिकता बचाओ, देश बचाओ महारैली में तब्दील होगी.

पेश है रिपोर्ट

'जागरूक होने की जरूरत'
कन्हैया ने कहा कि सरकार हर सरकारी तंत्र को निजीकरण करने में लगी हुई है. भारत पेट्रोलियम हो, एलआईसी हो या बीएसएनएल हो, सभी का निजीकरण किया जा रहा है. जब सरकारी स्कूल, सरकारी ऑफिस और सरकारी संस्था नहीं चाहिए. तो हमें यह सांसद और प्रधानमंत्री क्यों चाहिए. लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों ने संविधान पर खतरा की बात कही थी. संविधान पर खतरा है और संविधान को बचाने की जरूरत है.

Intro:कटिहार

सीपीआई नेता कन्हैया कुमार जन गण मन यात्रा पर पहुंचे कटिहार, राजेंद्र स्टेडियम में एनआरसी और सीएए के विरोध में किया जनसभा, हजारों की संख्या में पहुंचे कन्हैया समर्थक, सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिला प्रशासन की ओर से किए गए थे पुख्ता इंतजाम, बिहार सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर बोला हमला।


Body:Anchor_ 30 जनवरी से जन गण मन यात्रा पर निकले जेएनयू पूर्व छात्र अध्यक्ष सह सीपीआई नेता कन्हैया कुमार का काफिला आज कटिहार पहुंचा। कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। मौके पर कन्हैया के साथ पूर्व सांसद तारिक अनवर, कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान, भाकपा माले विधायक महबूब आलम, समेत कांग्रेस और कन्हैया के समर्थक मौजूद रहे।

V.O1_ सीपीआई नेता कन्हैया कुमार का अभिभाषण सुनने पूरे जिले से हजारों लोग शहर के राजेंद्र स्टेडियम पहुंचे। कन्हैया के आगमन को लेकर उनके समर्थक काफी उत्साहित दिख रहे थे। बता दें कि दूसरे जिलों में कन्हैया कुमार पर हुए हमले के बाद कटिहार जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे और सभा स्थल के पास करीब 250 पुलिस बलों की तैनाती की गई थी।

BYTE1_ अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कन्हैया कुमार ने कटिहार के धरती को नमन किया साथ ही उन्होंने कटिहार में जगह-जगह मौजूद कचरे का अंबार और सड़कों पर बह रहे नालियों के पानी और नगर निगम के मजदूरों को बिहार सरकार के द्वारा निकाले जाने के बाद बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। सड़कों पर नाले के पानी को देखकर सवालिया लहजे में बिहार सरकार से सवाल पूछा कि क्या कटिहार में सड़कों पर ही मछली पालन होने लगा?

सभा को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा देश में 135 करोड़ जनता को मात्र 67 आदमी चला रहे हैं। जिस तरह से अंग्रेजों ने हमारे भारत पर 200 साल शासन किया और उनकी नीतियों के तहत भारत का बंटवारा किया उसी नीति को आज की वर्तमान सरकार भारत में लागू करना चाहती है। भारत के हिंदू मुसलमानों को बांटना चाहती है। भारत की आजादी में बिस्मिल्लाह खान, चंद्रशेखर आजाद, अबुल कलाम आजाद, महात्मा गांधी समेत तमाम लोगों ने अपना योगदान दिया था उस समय वर्तमान में दिल्ली की गद्दी पर बैठे सरकार अंग्रेजों के साथ चाय पर चर्चा कर रहे थे।

जनसभा को संबोधित करते हुए कन्हैया केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा पिछले 5 सालों में तीन करोड़ 16 लाख लोगों की नौकरी चली गई है अब सरकार की संपत्ति को प्राइवेट लोगों के हाथों बेचना चाहती है। 2014 में मोदी सरकार ने वादा किया था कि अच्छे दिन आएंगे, विकास का सपना दिखाया था लेकिन उसकी हकीकत अब सामने आने लगी है। आज देश में बेरोजगारी बढ़ गई है, लोगों को नौकरी से निकाली जा रही है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, सारे काम को ठेके पर दिया जा रहा है, देश के जवानों की बहाली भी ठेके पर दिया गया है बेरोजगार नौजवान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।


Conclusion:कन्हैया ने कहा देश में एनआरसी लाने की जरूरत नहीं थी क्योंकि देश का संविधान पहले से कहता है कि दुनिया का कोई भी व्यक्ति अगर भारत में शरण लेना चाहता है तो उन्हें भारत में नागरिकता दी जाएगी। तो जब पहले से ही भारत में कानून है तो इसे लाने की जरूरत क्यों पड़ी।

बता दें कि सीपीआई नेता कन्हैया कुमार गांधी जी के पुण्यतिथि पर चंपारण से अपनी जन गण मन यात्रा की शुरूआत किया था और पूरे बिहार में 1 महीने तक उनका यात्रा जारी रहेगा और आगामी 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में यह यात्रा नागरिकता बचाओ देश बचाओ के रूप में तब्दील हो जाएगा।
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