कटिहार: जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सह सीपीआई नेता कन्हैया कुमार जन-गण-मन यात्रा के दौरान शुक्रवार को कटिहार पहुंचे. यहां सीपीआई कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. जहां उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला.
सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम
बता दें कि जन संघर्ष मोर्चा की ओर से एनपीआर, एनआरसी और सीएए के विरोध में जन-गण-मन यात्रा आयोजित की गई है. इसी क्रम में कन्हैया कुमार ने जिले के राजेंद्र स्टेडियम में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. वहीं, मौके पर कन्हैया के साथ पूर्व सांसद तारिक अनवर, कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान, भाकपा माले विधायक महबूब आलम, समेत कांग्रेस और कन्हैया के सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे.
'29 फरवरी को गांधी मैदान में महारैली'
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बापू का बलिदान दिवस 30 जनवरी को है. 30 जनवरी 1948 को आतंकवादी नाथूराम गोडसे ने बापू की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसी बलिदान दिवस के मौके पर पश्चिम चंपारण से जन-गण-मन यात्रा की शुरुआत की गई है. जो 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में नागरिकता बचाओ, देश बचाओ महारैली में तब्दील होगी.
'जागरूक होने की जरूरत'
कन्हैया ने कहा कि सरकार हर सरकारी तंत्र को निजीकरण करने में लगी हुई है. भारत पेट्रोलियम हो, एलआईसी हो या बीएसएनएल हो, सभी का निजीकरण किया जा रहा है. जब सरकारी स्कूल, सरकारी ऑफिस और सरकारी संस्था नहीं चाहिए. तो हमें यह सांसद और प्रधानमंत्री क्यों चाहिए. लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जजों ने संविधान पर खतरा की बात कही थी. संविधान पर खतरा है और संविधान को बचाने की जरूरत है.