कटिहारः बिहार के कटिहार में हुए बारसोई फायरिंग मामले को लेकर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ आज सड़क पर उतर कर जोरदार विरोध किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि फायरिंग मामले को लेकर पीड़ित परिजनों को सरकार ने अब तक कोई मुआवजा तो नहीं दिया, लेकिन स्थानीय दर्जनों जनप्रतिनिधियों को उपद्रव फैलाने के आरोप में थाने में एफआईआर दर्ज करा दी. जाप पार्टी बारसोई फायरिंग मामले में न्याय की मांग करते हुए सड़क पर उतरी है.
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दुकानें बंद करने की अपील: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव आज मूसलाधार बारिश के बीच अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतरे और घूम-घूम कर लोगों से दुकानें बंद करने की अपील की. इस मौके पर जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि बारसोई में बिजली की मांग करते हुए शांतिपूर्ण धरना का आयोजन किया गया था, जिसकी लिखित सूचना आयोजकों ने स्थानीय प्रशासन को दे दी थी, लेकिन इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में हुई पुलिस फायरिंग में दो बेगुनाहों की मौत हो गई.
"स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने के बजाय जो स्थानीय जनप्रतिनिधि हैं, उनके खिलाफ प्रदर्शन और हंगामा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज करा दिया. एसडीओ को बचाने के लिये जनप्रतिनिधियों का एफआईआर में नाम डाल दिया गया. लोकतंत्र में नेता जनता की मांग को लेकर आंदोलन, धरना और प्रदर्शन नहीं करें तो और क्या करें"- पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो
दो लोगों की गोली लगने से हुई थी मौत: पप्पू यादव ने कहा कि अगर जनप्रतिनिधि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आयोजन करेंगे, तो उन्हें फर्जी केस मुकदमों में फंसा दिया जाना चाहिये, यह कैसा न्याय है. गौरतलब है कि बीते 26 जुलाई को बारसोई में बिजली की मांग को लेकर धरना कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें हुई पुलिस फायरिंग में दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गयी थी.