कटिहार: बीते महीने कटिहार नगर थाना के एक चावल व्यवसायी से दिन दहाड़े हथियारबंद बदमाशों ने बारह लाख रुपये लूट लिए थे. इसके बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित स्पेशल टीम ने लूट के 53 हजार रूपये के साथ दो आरोपी को गिरफ्तार किया था. मामले की जांच के दौरान यह साक्ष्य सामने आया है कि कटिहार जेल में बंद आरोपी के आदेश पर दोनों बदमाशों ने अन्य कुछ आरोपियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. साथ ही घटना से पहले आरोपियों ने जेल में बंद मंजीत से मोबाइल पर बातें भी की थी.
प्राथमिकी दर्ज करने का दिया निर्देश
इस खुलासे के बाद जहां दोनों गिरफ्तार आरोपी पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जेल भेज दिया. वहीं आरोपी मंजीत के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसते हुए अलग से एफआईआर के आदेश दिये गए. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम के लीडर और कटिहार सदर एसडीपीओ अनिल कुमार ने बताया कि स्थानीय सहायक थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए गये हैं.
जेल प्रशासन पर उठता है सवाल
लेकिन अब सवाल उठता है कि जेल में मोबाइल फोन के दुरुपयोग को रोकने को लेकर सरकार ने जैमर लगा रखे हैं. इसके अलावे सलाखों के पीछे कक्षपाल और कारा पुलिस की भी व्यवस्था होती है. इसके बाद भी अपराधी धड़ल्ले से मोबाइल फोन का उपयोग गलत कामों में करते हैं. इस तमाम इंतजाम के बाद भी जेल में कैसे बदमाशों के हाथ मोबाइल फोन पहुंचती हैं. यह गहन जांच का विषय है, लापरवाह कर्मियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.