कटिहार: बिहार के सरकारी स्कूलों की हालत ऐसी है कि यहां पर केवल विद्यार्थी ही नहीं बल्कि शिक्षक भी घोर अज्ञानता के शिकार हैं. मामला कटिहार के आजमनगर प्रखंड अंतर्गत ढेना बगछला गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय का जहां की प्राचार्य सिंधु कुमारी को जिला शिक्षा पदाधिकारी से लेकर सूबे के शिक्षा मंत्री तक का नाम नहीं पता. वहीं अमेरिका की राजधानी तथा अमेरिका की स्पेलिंग बताने में भी प्रधानाध्यापिका के पसीने छूट गये.
इस स्कूल की सरकारी बिल्डिंग तो चकाचक है. इस विद्यालय में 800 बच्चे पढ़ते हैं. प्राचार्य भी मौजूद हैं और बच्चे ककहरे की तालीम भी सीख रहे हैं. लेकिन जब छठी क्लास के बच्चों से राज्य के मुख्यमंत्री का और जिलाधिकारी का नाम पूछा गया तो उन्हें नहीं पता था.
शिक्षा पर हो रहे हैं करोड़ों खर्च
सरकार स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लाख दावे कर ले लेकिन सरकारी स्कूलों के हाल बद से भी बदतर हो चुके हैं. बच्चों को ज्ञान नहीं और शिक्षक अज्ञानी हैं. अब ऐसे में सवाल उठता है कि सरकार शिक्षा पर जो हर महीने करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वह कहां जा रहा है.
शिक्षा की असल तस्वीर
यह एक तस्वीर है जो बिहार के शिक्षा की हकीकत बयां कर रहा है. आने वाले 10 सालों में हमारे नौनिहाल शिक्षित होकर क्या बनेंगे इसकी भी एक झलक दिखा रहा है.